सुकुमार सेन (1898-1963)
- हाल ही में, सुकुमार सेन के जीवन पर एक बायोपिक बनाने की घोषणा की गई है।
सुकुमार सेन के बारे में:
- वे भारत के प्रथम मुख्य चुनाव आयुक्त थे। उन्होंने 1950 से 1958 तक भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्य किया था।
योगदान:
- उन्होंने सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के आधार पर भारत के प्रथम दो लोक सभा चुनाव (1952 एवं 1957) और राज्यों के विधान सभा चुनाव आयोजित कराए थे।
- स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सुकुमार सेन के नेतृत्व में कई नवीन उपाय प्रस्तुत किए गए थे। जैसे एक मतदाता द्वारा बार-बार मत देकर चुनाव में
- हेरफेर करने को रोकने के लिए अमिट स्याही का उपयोग। • उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था।
- पुरस्कार और सम्मानः पद्म भूषण (1954)।
- मूल्यः नेतृत्व, ईमानदारी, निष्पक्षता आदि।
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फिनोम इंडिया-CSIR हेल्थ कोहोर्ट नॉलेजबेस (PI-CheCK) प्रोजेक्ट:
- फिनोम इंडिया-CSIR हेल्थ कोहोर्ट नॉलेजबेस (PI-CheCK) प्रोजेक्ट का पहला चरण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
PI-CHECK प्रोजेक्ट के बारे में:
- इसकी शुरुआत 2023 में वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) ने की थी।
- इसका उद्देश्य भारतीय आबादी के भीतर गैर-संचारी (कार्डियो-मेटाबोलिक) रोगों के जोखिम कारकों का आकलन करना है।
- इसका लक्ष्य स्वास्थ्य एवं कल्याण की जांच के माध्यम से "स्वस्थ भारत विकसित भारत"का सपना साकार करना है।
- यह पूर्वानुमान, व्यैक्तिकृत (Personalized) उपचार, भागीदारी और निवारक स्वास्थ्य देखभाल के माध्यम से परिशुद्ध चिकित्सा को आगे बढ़ाने के प्रति CSIR की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाती है।
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के बारे में:
- स्थापना: सितम्बर 1942 में।
- मुख्यालय: नई दिल्ली में स्थित है।
- वित्तपोषण: सीएसआईआर को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वित्तपोषण प्राप्त होता है ।
- स्वायत्त निकाय : यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत एक स्वायत्त निकाय के रूप में कार्य करता है ।
उद्देश्य:
- सीएसआईआर मुख्य रूप से एयरोस्पेस, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, इंजीनियरिंग और चिकित्सा विज्ञान जैसे विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान और विकास पर केंद्रित है।
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प्रवाह (PraVaHa) सॉफ्टवेयर
- हाल ही में इसरो ने प्रवाह / PraVaHa (पैरेलल रेंस सॉल्वर फॉर एयरोस्पेस व्हीकल एयरो-थर्मो-डायनैमिक एनालिसिस) सॉफ्टवेयर विकसित किया है।
प्रवाह/PraVaHa के बारे में:
- यह कम्प्यूटेशनल फ्लूएड डायनैमिक्स (CFD) सॉफ्टवेयर है।
- यह प्रक्षेपण यानों तथा विंग्स वाले और बिना विंग्स वाले री-एंट्री यानों पर बाहरी एवं आंतरिक एरोडायनैमिक प्रवाह का अनुकरण कर सकता है।
- इसे इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC)ने विकसित किया है।
विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) के बारे में:
- यह प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के डिजाइन और विकास के लिए जिम्मेदार संगठन है।
- इसके द्वारा विकसित प्रमुख प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों में शामिल हैं:
- ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV); भुतुल्यकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (GSLV); GSLV Mk-III आदि।
- मुख्यालयः तिरुवनंतपुरम (केरल)।
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वैश्विक मृदा भागीदारी (Global Soil Partnership: GSP)
- वैश्विक मृदा भागीदारी (GSP) सभा ने 12वें पूर्ण सत्न में 2030 तक दुनिया की कम-से-कम 50 प्रतिशत मृदा के स्वास्थ्य को सुधारने और इसे बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
- यह सत्न खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा आयोजित किया गया था।
वैश्विक मृदा भागीदारी (GSP) के बारे में:
- इसे 2012 में खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा एक तंत्र के रूप में स्थापित किया गया था।
- इसे एक मजबूत संवाद साझेदारी हेतु तथा सभी हितधारकों के बीच बेहतर सहयोग बढ़ाने और प्रयासों में तालमेल बनाने के लिए स्थापित किया गया था।
- इसका उद्देश्य वैश्विक एजेंडे में मृदा के मुद्दे को शामिल करना तथा समावेशी नीतियों और मृदा प्रबंधन संबंधी गवर्नेस के साथ-साथ संधारणीय मृदा प्रबंधन को बढ़ावा देना है।
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विश्व सूचना समाज शिखर सम्मेलन (WSIS)
- भारत ने जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) के WSIS+20 फोरम उच्च स्तरीय कार्यक्रम, 2024में भाग लिया।
- WSIS+20 फोरम ने WSIS के जिनेवा (2003) और ट्यूनिस (2005) में आयोजित सम्मेलनों के परिणामों के कार्यान्वयन में हुई 20 वर्षों की प्रगति को रेखांकित किया।
विश्व सूचना समाज शिखर सम्मेलन (WSIS) के बारे में:
- WSIS फोरम का आयोजन ITU, यूनेस्को, यूएनडीपी और यूएन ट्रेड एंड डेवलपमेंट द्वारा प्रतिवर्ष किया जाता है। इस फोरम की सह-मेजबानी ITU और स्विस परिसंघ करते हैं।
- उद्देश्यः इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर समावेशी एप्रोच के माध्यम
- से सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों द्वारा प्रकट किए गए मुद्दों को दूर करने के लिए बहु- हितधारक मंच उपलब्ध कराना है।
- लक्ष्यः इसका लक्ष्य सूचना की सार्वभौमिक पहुंच, इसका उपयोग और इसे साझा करने के लिए जन-केंद्रित, समावेशी एवं विकासोन्मुख सूचना समाज का निर्माण करना है।
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ओपेक+ ने तेल उत्पादन में कटौती को 2025 तक बढ़ाया
- हाल ही में, ओपेक+ ने धीमी मांग वृद्धि, ब्याज दरों में वृद्धि और संयुक्त राज्य अमेरिका से बढ़ते तेल उत्पादन के जवाब में 2025 तक तेल उत्पादन में महत्वपूर्ण कटौती जारी रखने का निर्णय लिया है।
ओपेक+ बैठक की मुख्य बातें:
- ओपेक+ ने 2025 के अंत तक 3.66 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) उत्पादन में कटौती का विस्तार करने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त, चल रही 2.2 मिलियन बीपीडी कटौती सितंबर 2024 तक जारी रहेगी, जिसके बाद उन्हें अगले वर्ष में धीरे-धीरे समाप्त कर दिया जाएगा, जो सितंबर 2025 में समाप्त होगा।
- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), जो अधिक उत्पादन कोटा की मांग कर रहा था, उत्पादन में 0.3 मिलियन बीपीडी की वृद्धि करेगा, जिससे उत्पादन 3.2 मिलियन बीपीडी तक पहुंच जाएगा।
- पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच रूसी डेटा का आकलन करने में कठिनाइयों के कारण क्षमताओं पर चर्चा नवंबर 2025 तक स्थगित कर दी गई।
- स्वतंत्र सलाहकार 2025 के बजाय 2026 के लिए उत्पादन क्षमता का आकलन करेंगे
- अल्जीरिया, इराक, कजाकिस्तान, कुवैत, ओमान, रूस, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने स्वैच्छिक उत्पादन में कटौती की है।
ओपेक+ संगठन के बारे में:
- पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन (ओपेक) एक स्थायी, अंतर-सरकारी संगठन है, जिसे 10-14 सितंबर, 1960 को बगदाद सम्मेलन में ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब और वेनेजुएला द्वारा बनाया गया था।
- वर्तमान में ओपेक के 12 सदस्य हैं: - अल्जीरिया, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, गैबॉन, ईरान, इराक, कुवैत, लीबिया, नाइजीरिया, सऊदी अरब, यूएई और वेनेजुएला।
- वर्ष 2016 में, मुख्यतः अमेरिकी शेल तेल उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि के कारण तेल की कीमतों में नाटकीय गिरावट के जवाब में, ओपेक ने अन्य तेल उत्पादक देशों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे ओपेक+ के रूप में जाना जाने वाला संगठन बना।
- गैर-ओपेक देशों की सूची में अज़रबैजान, बहरीन, ब्रुनेई, इक्वेटोरियल गिनी, कजाकिस्तान, रूस, मैक्सिको, मलेशिया, दक्षिण सूडान, सूडान और ओमान शामिल हैं।
तेल उत्पादन की वर्तमान स्थिति और हालिया परिवर्तन:
- ओपेक+ वर्तमान में तेल उत्पादन में 5.86 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) की कटौती कर रहा है, जो वैश्विक मांग के लगभग 5.7% के बराबर है।
- ओपेक को उम्मीद है कि 2024 की दूसरी छमाही में ओपेक+ कच्चे तेल की मांग औसतन 43.65 मिलियन बीपीडी के आसपास रहेगी, यानी अगर अप्रैल की 41.02 मिलियन बीपीडी की दर पर उत्पादन जारी रहता है तो स्टॉक में 2.63 मिलियन बीपीडी की कमी आएगी।
- अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का अनुमान है कि 2024 में स्टॉक सहित ओपेक+ तेल की मांग औसतन 41.9 मिलियन बैरल प्रति दिन पर काफी कम हो जाएगी।
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मालदीव ने इज़रायली पासपोर्ट धारकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया
- गाजा में हाल ही में हुई घटनाओं पर बढ़ते तनाव और लोगों की नाराजगी के कारण मालदीव ने इजरायली पासपोर्ट वाले आगंतुकों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
- लोगों और सरकार के दबाव में,राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज़ू ने वही विकल्प चुना जो उनके मंत्रिमंडल ने उन्हें बताया था। यह प्रतिबंध दुनिया भर में प्रतिक्रियाओं के अनुरूप है और इसने दुनिया भर में प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं।
इसके पीछे क्या कारण है?
- राष्ट्रपति मुइज़ू ने राफ़ा में एक टेंट कैंप में इज़रायली हवाई हमले की आलोचना की, जिसमें 45 लोग मारे गए थे, जिसे "सुरक्षित क्षेत्र" के रूप में चिह्नित किया गया था। मालदीव में बहुत से लोग इस हमले से नाराज़ थे।
- राफा की घटना के बाद, राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने इजरायली पासपोर्ट धारकों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की, साथ ही फिलिस्तीनियों के लिए एक राष्ट्रीय धन उगाही अभियान शुरू किया और "फिलिस्तीन के साथ एकजुटता में मालदीव" नामक एक एकजुटता रैली का आयोजन किया।
- मालदीव कैबिनेट का काम प्रतिबंध को आधिकारिक बनाने के लिए कानूनों में बदलाव करना और प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक पैनल का गठन करना है। राष्ट्रपति मुइज़ू ने कहा कि ये कदम दिखाते हैं कि सरकार अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने के आह्वान से सहमत है।
- प्रतिबंध के बाद, इजरायल के विदेश मंत्रालय ने अपने लोगों से मालदीव न जाने को कहा और वहां पहले से मौजूद लोगों से कहा कि वे वहां से जाने के बारे में सोचें क्योंकि अभी वहां ज्यादा मदद उपलब्ध नहीं है।
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सिद्धलिंगा पट्टानाशेट्टी ने गुडलेप्पा हल्लीकेरी पुरस्कार 2024 जीता
- कवि और नाटककार सिद्धलिंग पट्टानाशेट्टी को 2024 के गुडलेप्पा हल्लीकेरी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- यह घोषणा हावेरी जिले के होसारिट्टी में स्थित गुडलेप्पा हल्लीकेरी मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा की गई।
- 6 जून को एक औपचारिक कार्यक्रम में दिए जाने वाले इस पुरस्कार में ₹25,000 की नकद राशि और एक स्मृति चिन्ह शामिल है।
- गुडलेप्पा हल्लीकेरी मेमोरियल फाउंडेशन के ट्रस्टी वीरन्ना चेकी ने बताया कि सिद्धलिंग पट्टानाशेट्टी यह सम्मान पाने वाले 19वें प्रतिष्ठित व्यक्ति बन गए हैं।
पुरस्कार का महत्व:
- साहित्य, समाज या सामाजिक सेवा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लोगों को गुडलेप्पा हल्लीकेरी पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
- इसका नाम गुडलेप्पा हल्लीकेरी नामक एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर रखा गया था, जो महात्मा गांधी की तरह ही चीजों में विश्वास करते थे।
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'काज़ा शिखर सम्मेलन 2024'
- हाल ही में कावांगो-ज़ाम्बेजी ट्रांस-फ्रंटियर संरक्षण क्षेत्र (KAZA-TFCA) के लिये वर्ष 2024 का राष्ट्राध्यक्ष शिखर सम्मेलन, लिविंगस्टोन, ज़ाम्बिया में हुआ, जहाँ सदस्य राज्यों ने वन्यजीव और वनस्पति की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (Convention on International Trade in Endangered Species of Wild Fauna and Flora- CITES) से बाहर होने के अपने आह्वान को दोहराया है ।
सीआईटीईएस के बारे में:
- वन्य जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर अभिसमय (सीआईटीईएस) 184 सरकारों के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वन्य पशुओं और पौधों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से प्रजातियों के अस्तित्व को खतरा न हो।
- यह अभिसमय 1975 में लागू हुआ। भारत 1976 से CITES का सदस्य है।
- सीआईटीईएस के अंतर्गत आने वाली प्रजातियों के सभी आयात, निर्यात और पुनः निर्यात को परमिट प्रणाली के माध्यम से अधिकृत किया जाना चाहिए।
सीआईटीईएस का परिशिष्ट:
- परिशिष्ट I:गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियों के वाणिज्यिक व्यापार पर प्रतिबंध लगाता है।
- परिशिष्ट II: अतिशोषण को रोकने के लिए व्यापार को विनियमित करता है।
- परिशिष्ट III:राष्ट्रीय कानूनों के अंतर्गत प्रजातियों की सुरक्षा करता है।
- हर दो साल में, पार्टियों का सम्मेलन (CoP) , जो कि CITES का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है, पार्टियों के प्रस्तावों का मूल्यांकन करने के लिए जैविक और व्यापार मानदंडों का एक सेट लागू करता है, ताकि यह निर्णय लिया जा सके कि किसी प्रजाति को परिशिष्ट I या II में रखा जाना चाहिए या नहीं।
हाथीदांत व्यापार:
- हाथीदांत व्यापार, हाथीदांत के दाँतों और अन्य हाथीदांत उत्पादों का वाणिज्यिक व्यापार है।
- प्रत्येक वर्ष कम से कम 20,000 अफ्रीकी हाथियों को उनके दाँतों के लिए अवैध रूप से मार दिया जाता है।
- हाथीदांत व्यापार हाथियों के अस्तित्व के लिए खतरा है, पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचाता है, स्थानीय समुदायों को खतरे में डालता है, तथा सुरक्षा को कमजोर करता है।
- हाथीदांत व्यापार में पारंपरिक रूप से पूरे या आंशिक हाथी दाँतों की तस्करी अफ्रीका से एशिया तक की जाती है, जहां उन्हें संसाधित किया जाता है और हाथीदांत उत्पादों में तराशा जाता है।
- हाथी दांत की मांग मुख्य रूप से चीन में बढ़ते मध्यम वर्ग के कारण बढ़ी है , जहां हाथी दांत पर नक्काशी एक लम्बे समय से चली आ रही परंपरा है।
व्यापार प्रतिबंध हटाने की वकालत के पीछे कारण:
- दक्षिणी अफ़्रीकी नेता आर्थिक लाभ के लिए CITES हाथीदांत प्रतिबंध को हटाना चाहते हैं, इसके लिए वे $1 बिलियन का मूल्य बताते हैं। KAZA राज्यों के पास $1 बिलियन का हाथीदांत भंडार है, जिसमें ज़िम्बाब्वे के पास $600 मिलियन का 166 टन का भंडार है।
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हेलेन मैरी रॉबर्ट्स बनीं अल्पसंख्यक समुदाय से पाकिस्तानी सेना में पहली महिला ब्रिगेडियर:
- ईसाई एवं अल्पसंख्यक समुदाय की डॉ. हेलेन मैरी रॉबर्ट्स ने पाकिस्तानी सेना में पहली महिला ब्रिगेडियर बनकर इतिहास रच दिया।
अन्य तथ्य:
- ब्रिगेडियर डा. हेलेन वरिष्ठ रोगविज्ञानी हैं और पिछले 26 वर्षों से पाकिस्तानी सेना में सेवा दे रही हैं।
- पिछले साल रावलपिंडी के क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस समारोह के दौरान पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने देश के विकास में अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की थी।
- पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा 2021 में जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में 96.47 प्रतिशत मुस्लिम हैं,इसके बाद 2.14 प्रतिशत हिंदू, 1.27 प्रतिशत ईसाई, 0.09 प्रतिशत अहमदी मुस्लिम और 0.02 प्रतिशत अन्य हैं।
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विराट कोहली को ICC ODI प्लेयर ऑफ द ईयर पुरस्कार से किया गया सम्मानित:
- विराट कोहली को ICC ODI प्लेयर ऑफ द ईयर का पुरस्कार मिला और उन्हें 2023 के लिए ICC मेन्स ODI टीम ऑफ द ईयर में नामित किया गया।
- यह घोषणा ऐसे समय में हुई जब भारत 5 जून को आयरलैंड के खिलाफ अपने टी20 विश्व कप के पहले मैच की तैयारी कर रहा था। कोहली के उल्लेखनीय 2023 प्रदर्शन में 27 एकदिवसीय मैचों में 1,377 रन और छह शतक शामिल थे।
अन्य तथ्य:
- साल 2023 में कोहली ने अपने बल्ले से कमाल किया था. विराट ने 27 वनडे मैच खेलरक कुल 1377 रन बनाए थे जिसमें 6 शतक और 8 अर्धशतक शामिल थे.
- साल 2023 में कोहली का बेस्ट स्कोर नाबाद 166 रन था. यही नहीं वनडे वर्ल्ड कप में कोहली ने बल्लेबाजी से तहलका मचाया था. विराट ने 11 मैच में 765 रन बनाए थे. जिसमें उनके नाम 3 शतक औऱ 6 अर्धशतक शामिल थे.
- अब कोहली यूएसए में टी-20 वर्ल्ड कप खेलने आए हैं. कोहली टी-20 वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. ऐसे में अब इस वर्ल्ड कप में भी उनसे काफी उम्मीदें हैं.
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पर्यावरण दिवस:
- प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है |
पर्यावरण दिवस की थीम 2024:
- प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की एक खास थीम होती है। पिछले साल यानी विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम "Solutions to Plastic Pollution" थी। यह थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आधारित है। इस साल विश्व पर्यावरण दिवस 2024 की थीम "Land Restoration, Desertification And Drought Resilience" है। इस थीम का फोकस 'हमारी भूमि' नारे के तहत भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे पर केंद्रित है।
पर्यावरण दिवस का इतिहास:
- पर्यावरण दिवस मनाने की नींव 1972 में पड़ी, जब संयुक्त राष्ट्र संघ ने पहला पर्यावरण दिवस मनाया था और तब से हर साल इस दिन को मनाने का एलान किया गया।
- दरअसल, पहला पर्यावरण सम्मेलन 5 जून 1972 को मनाया गया था, जिसमें 119 देशों ने भाग लिया था।
- स्वीडन की राजधानी स्टाॅकहोम में सम्मेलन हुआ। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानव पर्यावरण पर स्टाॅकहोम सम्मेलन के पहले दिन को चिन्हित करते हुए 5 जून को पर्यावरण दिवस के तौर पर नामित कर लिया।
पर्यावरण दिवस का महत्व:
- भारत समेत पूरे विश्व में प्रदूषण तेजी से फैल रहा है। बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति खतरे में हैं। प्रकृति जीवन जीने के लिए किसी भी जीव को हर जरूरी चीज उपलब्ध कराती है। ऐसे में अगर प्रकृति प्रभावित होगी तो जीवन प्रभावित होगा। प्रकृति को प्रदूषण से बचाने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत हुई।
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स्ट्रोमेटोलाइट:
- वैज्ञानिकों ने सऊदी अरब में लाल सागर के उत्तरपूर्वी तट पर स्थित शेबराह द्वीप पर जीवित स्ट्रोमेटोलाइट्स - शैवाल से बनी प्राचीन भूवैज्ञानिक संरचनाएँ - का पता लगाया है।
स्ट्रोमेटोलाइट्स के बारे में:
- यह खोज इतनी महत्वपूर्ण है क्योंकि स्ट्रोमेटोलाइट्स पृथ्वी पर जीवन के सबसे प्रारंभिक भूवैज्ञानिक संकेतक हैं।
- स्ट्रोमेटोलाइट्स मुख्य रूप से सायनोबैक्टीरिया, सल्फेट-रिड्यूसिंग बैक्टीरिया और स्यूडोमोनैडोटा (पूर्व में प्रोटियोबैक्टीरिया) जैसे प्रकाश संश्लेषक सूक्ष्मजीवों द्वारा निर्मित परतदार तलछटी संरचनाएं हैं।
- ये सूक्ष्मजीव चिपकने वाले यौगिक बनाते हैं जो रेत और अन्य चट्टानी सामग्रियों को सीमेंट करके खनिज "माइक्रोबियल मैट" बनाते हैं। ये मैट परत दर परत बनते हैं, जो समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ते हैं।
- वे विभिन्न प्रकार के आकार और संरचना प्रदर्शित करते हैं, जिनमें शंक्वाकार, स्तराकार, गुम्बदाकार, स्तम्भाकार और शाखाकार प्रकार शामिल हैं।
- स्ट्रोमेटोलाइट्स को हमारे ग्रह पर सबसे पुराने जीवित जीवन रूप माना जाता है। वे जीवित जीवाश्म हैं और कुछ सबसे प्राचीन जीवन के महत्वपूर्ण रिकॉर्ड प्रदान करते हैं।
- ये जैविक संरचनाएं दो अरब वर्ष पहले महान ऑक्सीजनीकरण घटना में सहायक थीं, जिससे वायुमंडल में ऑक्सीजन पहुंची और ग्रह की रहने योग्य क्षमता में बदलाव आया।
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प्रियंका जारकीहोली
- कांग्रेस पार्टी की ओर से चुनाव लड़ रहीं प्रियंका जरकीहोली ने चिक्कोडी जिले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मौजूदा सांसद अन्नासाहेब जोले को हराया, जो उनके लिए बड़ी जीत थी।
- वह 27 साल और एक महीने की उम्र में संसद में पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की महिलाओं में से एक हैं।
- अनारक्षित सीट से जीतने वाली सबसे कम उम्र की आदिवासी महिला है ।
- प्रियंका जारकीहोली एक राजनीतिक रूप से शक्तिशाली परिवार से आती हैं और उनके पास पर्यटन, चीनी, खनन और बुनियादी ढाँचा क्षेत्रों की कंपनियों में बहुत सारे शेयर हैं।
- उन्होंने एमबीए भी किया है।
- वह राजनीति और सरकार में अधिक महिलाओं की भागीदारी का पुरजोर समर्थन करती है ।
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मालदीव ने इजरायली पासपोर्ट वाले आगंतुकों पर प्रतिबंध लगाया
- गाजा में हाल की घटनाओं पर बढ़ते तनाव और लोगों की नाराजगी के कारण, मालदीव ने इजरायली पासपोर्ट वाले आगंतुकों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
- राफा की घटना के बाद, राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने इजरायली पासपोर्ट धारकों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
- फिलिस्तीनियों के लिए एक राष्ट्रीय धन उगाही अभियान शुरू किया और "फिलिस्तीन के साथ एकजुटता में मालदीव" नामक एक एकजुटता रैली का आयोजन किया।
मालदीव के विषय में
- मालदीव एशिया का सबसे छोटा देश है ।
- समुद्र सहित, यह क्षेत्र लगभग 90,000 वर्ग किलोमीटर (35,000 वर्ग मील) और भूमि क्षेत्र 298 वर्ग किलोमीटर (115 वर्ग मील) तक फैला हुआ है।
- यह एशिया में दूसरा सबसे कम आबादी वाला देश और क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का नौवां सबसे छोटा देश है
- मालदीव द्वीपसमूह चागोस-लैकाडिव रिज पर स्थित है
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माउंट कनलाओन
- हाल ही में मध्य फिलीपींस में माउंट कनलाओन ज्वालामुखी के फटने के बाद सैकड़ों लोगों को निकासी केंद्रों में शरण लेनी पड़ी।
माउंट कनलाओन के बारे में:
- यह फिलीपींस के नीग्रोस द्वीपके उत्तर-मध्य भाग में स्थित एक स्ट्रैटोज्वालामुखी है।
- यह नेग्रोस द्वीप पर सबसे ऊंचा पर्वत है और दुनिया में किसी द्वीप पर 42वीं सबसे ऊंची चोटी है।
- यह फिलीपींस के सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है और प्रशांत अग्नि वलय का हिस्सा है ।
- ज्वालामुखी में अनेक पाइरोक्लास्टिक शंकु और क्रेटर हैं।
- 2435 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कानलाओन ज्वालामुखी के शिखर पर एक विस्तृत, लम्बा कैल्डेरा है, जिसमें एक क्रेटर झील है , तथा दक्षिण में एक छोटा, लेकिन अधिक सक्रिय क्रेटर है
- 1886 के बाद से कानलाओन में कई बार विस्फोट हो चुका है और इसमें आमतौर पर छोटे से मध्यम आकार के फ्रीएटिक विस्फोट होते हैं, जिनसे ज्वालामुखी के पास मामूली राख गिरती है।
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