शहीद रामप्रसाद बिस्मिल (1897-1927)
- हाल ही में, शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की जयंती मनाई गई।
रामप्रसाद बिस्मिल के बारे में:
प्रारंभिक जीवन:
- बिस्मिल का जन्म 11 जून, 1897 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर ज़िले के एक गाँव में मुरलीधर और मूलमती के यहाँ हुआ था।
योगदान:
- युवावस्था में ही वे आर्य समाज युवा संघ में शामिल हो गए थे और स्वामी दयानंद की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार करने लगे थे।
- मैनपुरी षड्यंत्र (1918)के तहत उन पर मुकदमा चलाया गया था। रामप्रसाद बिस्मिल ने ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रतिबंधित किताबों का वितरण किया था, इसलिए उन पर मुक़दमा चलाया गया था।
- इस षड्यंत्र में उन्होंने 'देशवासियों के नाम संदेश' शीर्षक से एक पुस्तिका प्रकाशित की थी और इसे अपनी कविता 'मैनपुरी की प्रतिज्ञा'के साथ लोगों के बीच वितरित किया था।
- 1924 में सचिन्द्रनाथ सान्याल, बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और योगेश चन्द्र चटर्जी ने मिलकर हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन की स्थापना की थी।
- वर्ष 1925 में काकोरी ट्रेन डकैती HRA की एक बड़ी कार्रवाई थी, जिसका उद्देश्य अपनी गतिविधियों और प्रचार हेतु धन प्राप्त करना था।
- बिस्मिल और उनके साथी चंद्रशेखर आज़ाद एवं अशफाकउल्ला खान ने लखनऊ के पास काकोरी में ट्रेन लूटने का फैसला किया।
- वे अपने प्रयास में सफल रहे हालाँकि घटना के एक महीने के भीतर एक दर्जन अन्य HRA सदस्यों के साथ गिरफ्तार कर लिये गए और उन पर काकोरी षडयंत्र केस के तहत मुकदमा चलाया गया।
मृत्यु:
- 19 दिसंबर, 1927 को गोरखपुर जेल में उन्हें फाँसी दे दी गई।
- राप्ती नदी के तट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था और इस स्थल को बाद में राज घाट नाम दिया गया।
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अटल इनोवेशन मिशन (AIM)
- अटल इनोवेशन मिशन और नीति आयोग ने नवाचार को बढ़ावा देने के लिए निम्नलिखित दो पहलें शुरू की हैं।
- AIM-इनोवेशन सेंटर डेनमार्क (ICDK) वाटर चैलेंज 4.0: इसका उद्देश्य नए खोजी समाधानों के जरिए जल-संबंधी महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करना है।
- "इनोवेशन फॉर यू- एसडीजी एंटरप्रेन्योर्स ऑफ इंडिया" हैंडबुकः यह देश के अलग-अलग कोनों से ऐसे उद्यमियों का वर्णन करती है, जो सतत नवाचारों के जरिए समाज की बेहतरी में योगदान दे रहे हैं।
अटल इनोवेशन मिशन (AIM) के बारे में:
- इसे 2016 में नीति आयोग ने शुरू किया था। यह देश में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है।
- AIM की सभी पहलों की निगरानी रियल टाइम प्रणाली और डायनैमिक डैशबोर्ड का उपयोग करके की जाती है।
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प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि (पी.एम. किसान)
- प्रधान मंत्री ने पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त जारी की है ।
प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि (पी.एम.- किसान) के बारे में:
- नोडल मंलालयः केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय।
- प्रकारः यह केंद्रीय क्षेत्रक की एक योजना है।
- लक्ष्यः अलग-अलग कृषि आदानों (इनपुट्स) की खरीद और घरेलू आवश्यकताओं के लिए भूमि धारक सभी किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करना।
- उद्देश्यः सभी भूमि-धारक पात्र किसान परिवारों को आय सहायता प्रदान करना। किसान परिवार की परिभाषा में पति, पत्नी और नाबालिग बच्चे शामिल हैं।
- लाभार्थीः कुछ अपवादों को छोड़कर सभी भूमि-धारक किसान।
- लाभः इसके तहत पात्न किसानों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपये दिए जाते हैं। यह राशि प्रत्येक चार महीने पर 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में ट्रांसफर की जाती है।
- योजना के लिए पात्र नहीं हैं: उच्च आर्थिक स्थिति वाले किसान परिवार पात्र नहीं होंगे।
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ब्रिक्स (BRICS) के विस्तार के बाद पहली मंत्रिस्तरीय बैठक रूस में आयोजित हुई
- नए सदस्यों के साथ ब्रिक्स देशों के समूह की पहली मंत्रिस्तरीय बैठक 10 जून 2024 को रूसी शहर निज़नी नोवगोरोड में हुई।
- ब्रिक्स के विदेश/अंतर्राष्ट्रीय संबंध मंत्रियों की दो दिवसीय (10 और 11 जून 2024) बैठक की मेजबानी रूस ने की, क्योंकि वह ब्रिक्स का वर्तमान अध्यक्ष है।
- मिस्र, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और इथियोपिया पहली ब्रिक्स मंत्रिस्तरीय बैठक में शामिल हुए
- 22 से 24 अगस्त 2023 तक जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में आयोजित 15वीं ब्रिक्स शिखर बैठक में, छह देशों-अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को ब्रिक्स में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था।
- अर्जेंटीना ने समूह में शामिल होने से इनकार कर दिया, जबकि मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात 1 जनवरी 2024 को ब्रिक्स समूह में शामिल हो गए।
- ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ़्रीका पहले से ही समूह के सदस्य थे।
अन्य तथ्य:
- रूस ने 1 जनवरी 2024 को दक्षिण अफ्रीका से ब्रिक्स की अध्यक्षता संभाली।
- रूस 22 से 24 अक्टूबर 2024 तक 16वें वार्षिक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा जिसमे सदस्य देशों के नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है।
- आगामी 16वीं वार्षिक ब्रिक्स शिखर बैठक की तैयारी के लिए सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक रूस में आयोजित की गई थी ।
- दम्मू रवि ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया
- चूँकि 10 जून 2024 को डॉ. एस जयशंकर को विदेश मंत्री नियुक्त किया गया था इसीलिए विदेश मंत्रियों की बैठक शुरू होने के समय भारत में आधिकारिक तौर पर कोई विदेश मंत्री नहीं था।
- इस कारण इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्रालय में (आर्थिक संबंध) सचिव दम्मू रवि ने किया।
- ब्रिक्स विदेश मंत्री बैठक की मेजबानी रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने की थी ।
ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की अगली बैठक:
- ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की अगली बैठक 10 सितंबर 2024 को न्यूयॉर्क में शुरू होने वाली 79वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर होगी।
- ब्राजील इस बैठक की मेजबानी करेगा क्योंकि वह रूस के बाद ब्रिक्स का अगला अध्यक्ष होगा।
ब्रिक्स के बारे में:
- ब्रिक्स एक अंतरसरकारी संगठन है जिसमें मूल रूप से चार देश शामिल थे - ब्राजील, रूस, भारत और चीन।
- गोल्डमैन साच्स (Goldman Sachs)के लिए काम करने वाले ब्रिटिश अर्थशास्त्री जिम ओ नील ने 2001 में संक्षिप्त नाम BRIC (ब्राजील, रूस, भारत और चीन) गढ़ा था। उनका मानना था कि ये देश 2050 तक वैश्विक आर्थिक विकास दर में सबसे तेज़ी से बढ़ेंगे ।
- ब्रिक देशों की पहली विदेश मंत्रियों कीबैठक 2006 में न्यूयॉर्क में हुई थी।
- ब्रिक देशों के नेताओं की पहली शिखर बैठक जून 1996 में येकातेरिनबर्ग, रूस में आयोजित की गई थी।
- 2010 में दक्षिण अफ्रीका के इस समूह में शामिल होने के बाद समूह का नाम बदलकर ब्रिक्स (BRICS)कर दिया गया।
- मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल करने के साथ, ब्रिक्स सदस्यों की कुल संख्या 10 हो गई है।
- ब्रिक्स देश आर्थिक रूप से दुनिया का एक महत्वपूर्ण समूह है। विश्व की लगभग आधी आबादी ब्रिक्स देशों में रहती है। विश्व कच्चे तेल के उत्पादन और निर्यात में इनका योगदान लगभग 40 प्रतिशत है। वे वैश्विक अर्थव्यवस्था में लगभग 25 प्रतिशत का योगदान करते हैं और वस्तुओं के वैश्विक व्यापार में उनका योगदान लगभग दो-पांचवां हिस्सा है।
- ब्रिक्स का कोई स्थायी मुख्यालय नहीं है, और इसकी अध्यक्षता हर साल सदस्य देशोंके बीच अङ्ग्रेज़ी भाषा के वर्णमाला क्रम में बदलती रहती है।
- इस प्रकार रूस के बाद ब्राजील ब्रिक्स का अगला अध्यक्ष होगा।
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आदित्य-एल1 मिशन
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने हाल ही में मई सौर तूफान के दौरान आदित्य-एल 1 द्वारा ली गई सूर्य की तस्वीरें जारी की हैं।
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि आदित्य-एल1 द्वारा ली गई ये तस्वीरें सौर ज्वालाओं के साथ-साथ ऊर्जा वितरण और सूर्य धब्बों का अध्ययन करने में मदद करेंगी।
आदित्य-एल1 के बारे में:
- आदित्य-एल1 सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का पहला अंतरिक्ष-आधारित सौर मिशन है।
- इसे 2 सितंबर, 2023 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज बिंदु 1 (एल1)के चारों ओर एक हेलो कक्षा में लॉन्च किया गया था।
- आदित्य-एल1 लंबी अवधि तक सूर्य का निर्बाध दृश्य उपलब्ध कराएगा, तथा पृथ्वी की निचली कक्षाओं की उन सीमाओं को पार करेगा जहां दृश्य अक्सर पृथ्वी द्वारा ही अवरुद्ध हो जाता है।
उद्देश्य:
- कोरोनल हीटिंग और सौर वायु त्वरण को समझना।
- कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई), सौर ज्वालाओं और पृथ्वी के निकट अंतरिक्ष मौसम की शुरुआत को समझना।
- सौर वायुमंडल के युग्मन और गतिशीलता को समझना।
- सौर वायु वितरण और तापमान विषमता को समझना।
महत्व:
- आदित्य-एल1 भारत को अंतरिक्ष में अपनी स्वयं की सौर वेधशाला स्थापित करने में सहायता करेगा, जिसके दैनिक जीवन में अनेक अनुप्रयोग होंगे।
- इसकी सफलता इसरो को नासा और ईएसए के साथ एक विशिष्ट अंतरिक्ष क्लब में शामिल कर देगी।
- सूर्य के जटिल चुंबकीय व्यवहार को समझना अंतरिक्ष मौसम की भविष्यवाणी को आगे बढ़ाने, तकनीकी परिसंपत्तियों को सुरक्षित करने और तारकीय विकास को उजागर करने के लिए महत्वपूर्ण है।
पेलोड:
- आदित्य-एल1 अपने साथ सात पेलोड ले जाएगा, जो दृश्य और एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर, एक कोरोनाग्राफ, सौर हवाओं और ऊर्जावान कणों के विश्लेषक, और मैग्नेटोमीटर का उपयोग करके सूर्य के गुणों की जांच करेगा।
- यह बहु-तरंगदैर्घ्य अवलोकन क्षमता सूर्य के कोरोना, क्रोमोस्फीयर, फोटोस्फीयर, फ्लेयर्स और कोरोनल मास इजेक्शन की जांच करेगी।
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11 जून को दुनिया भर में मनाया गया पहला अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस 2024
- 11 जून, 2024 को, विश्व में पहले अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन किया गया |
- एक महत्वपूर्ण अवसर जो सभी व्यक्तियों के लिए खासकर बच्चों के लिए खेल को संरक्षित, प्रोत्साहित और प्राथमिकता देने के लिए समर्पित है।
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विश्व बैंक के कंटेनर पोर्ट प्रदर्शन सूचकांक में भारत के विशाखापत्तनम पोर्ट को मिला 19वां स्थान
- विश्व बैंक के कंटेनर पोर्ट परफॉर्मेंस इंडेक्स (CPPI) 2023 के अनुसार, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश (AP) में JM बक्सी पोर्ट्स & लॉजिस्टिक्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, विशाखापत्तनम कंटेनर टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड (VCTPL) शीर्ष 20 रैंकिंग में शामिल होने वाला एकमात्र भारतीय पोर्ट है।
- VCTPL ने CPPI रैंकिंग में कुल मिलाकर 19 वां स्थान हासिल किया है।
- जबकि, भारत का सबसे बड़ा निजी पोर्ट (गुजरात में) मुंद्रा पोर्ट 27 वें स्थान पर था, जिसका स्वामित्व अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) के पास है।
- CPPI 2023 के अनुसार, यांगचन पोर्ट (चीन) और पोर्ट ऑफ सलाहा (ओमान) क्रमशः पहले और दूसरे रैंक पर रहे। दोनों पोर्ट्स ने 2022 की अपनी पिछली रैंकिंग बरकरार रखी।
CPPI 2023 के बारे में:
- CPPI के चौथे संस्करण को विश्व बैंक के ट्रांसपोर्ट ग्लोबल प्रैक्टिस द्वारा S&P ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस के वैश्विक खुफिया और विश्लेषण प्रभाग के साथ साझेदारी में विकसित किया गया था।
- इंडेक्स ने दुनिया भर के 405 ग्लोबल कंटेनर पोर्ट्स को उनकी दक्षता, कंटेनर जहाजों के पोर्ट में ठहरने की अवधि के आधार पर कवर किया।
- इसमें वे पोर्ट शामिल थे जिनमें अध्ययन की 12 महीने की अवधि के भीतर कम से कम 24 वैलिड पोर्ट कॉल थे।
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भाजपा के आदिवासी नेता मोहन चरण माझी होंगे ओडिशा के नए मुख्यमंत्री
- मोहन माझी ओडिशा के अगले मुख्यमंत्री होंगे। आदिवासी नेता मोहन ने विधानसभा चुनाव 2024 में क्योंझर (एसटी) विधानसभा सीट जीती है।
- मोहन चार बार भाजपा के विधायक हैं। वे पहली बार 2000 में क्योंझर सीट से विधायक चुने गए थे।
- मोहन चरण माझी का जन्म 1972 में ओडिशा में हुआ था। उनके पिता का नाम गुनाराम माझी है। उनकी शादी डॉ. प्रियंका मरांडी से हुई है और उनके दो बेटे हैं।
- मोहन चरण माझी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत सरपंच के तौर पर की थी। उन्होंने 1997 से 2000 के बीच यह जिम्मेदारी संभाली। 1997 में उन्हें बीजेपी ओडिशा आदिवासी मोर्चा के सचिव की जिम्मेदारी मिली।
- इसके अलावा मोहन ने स्थानीय स्तर पर युबज्योति क्लब, रायकला के अध्यक्ष, बाबा धबलेश्वर महादेव मंदिर समिति,रायकला के सदस्य और बीजेपी ओडिशा एसटी मोर्चा के महासचिव जैसे पदों पर भी काम किया।
- शपथ ग्रहण समारोह 12 जून को होगा। इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल हो सकता है।
नोट:
- ओडिशा विधान सभा भारत में ओडिशा राज्य की एकसदनीय राज्य विधायिका है ।
- विधान सभा की सीट राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में है । विधान सभा में 147 विधान सभा सदस्य होते हैं ।
- ओडिशा विधान सभा के कुल 147 विधानसभा क्षेत्रों में से 33 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) और 24 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं।
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विश्व बाल श्रम निषेध दिवस
- प्रत्येक वर्ष 12 जून को दुनिया भर में बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस मनाया जाता है।
- 024 के विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के लिए अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा चुना गया विषय है " आइए अपनी प्रतिबद्धताओं पर कार्य करें: बाल श्रम समाप्त करें"।
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस की पृष्ठभूमि
- अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा पहला विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 12 जून 2002 को जिनेवा, स्विटज़रलैंड में मनाया गया था।
- इसलिए 12 जून को दुनिया भर में बाल श्रम निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है।
नोट - 26 जून 1973 को ILO के महासम्मेलन में न्यूनतम कानूनी कार्य आयु 15 वर्ष निर्धारित की गई।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO)
- अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मानव और श्रम अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
- यह संयुक्त राष्ट्र की एकमात्र त्रिपक्षीय संस्था है। यह श्रम मानक निर्धारित करने, नीतियाँ को विकसित करने एवंसभी महिलाओं तथा पुरुषों के लिये सभ्य कार्य को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम तैयार करने हेतु 187 सदस्य देशों की सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को एक साथ लाता है।
- इसकी स्थापना 1919 में वर्साय की संधि द्वारा की गई थी।
- मुख्यालय: जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड
- वर्ष 1946 में यह संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की पहली विशेष एजेंसी बन गयी ।
- वर्ष 1969 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया
भारत में बाल श्रम -
- भारतीय संविधान बाल श्रम पर प्रतिबंध लगाता है।
- संविधान का अनुच्छेद 24 किसी भी कारखाने या खदान या किसी अन्य खतरनाक काम में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के काम पर रोक लगाता है।
- 1979 में भारत सरकार ने बाल श्रम के मुद्दे का अध्ययन करने और इससे निपटने के उपाय सुझाने के लिए गुरुपादस्वामी समिति का गठन किया।
- गुरुपदस्वामी समिति की सिफारिश के बाद 1986 में बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम लागू किया गया था।
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जापान-भारत समुद्री अभ्यास (JIMEX-24)
- जापान-भारत समुद्री अभ्यास (JIMEX-24) का 8वां संस्करण जापान के योकोसुका में शुरू किया गया ।
- JIMEX-24 अभ्यास का आयोजन जापान समुद्री आत्मरक्षा बल (JMSDF) द्वारा किया जा रहा है।
- जापानी नौसेना को जापान समुद्री आत्मरक्षा बल कहा जाता है।
अभ्यास के विषय में:
- भारतीय नौसेना का स्वदेश निर्मित स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक JIMEX-24 अभ्यास में भाग ले रहा है।
- JMSDF का प्रतिनिधित्व उसके गाइडेड मिसाइल विध्वंसक JS युगिरी द्वारा किया जा रहा है।
- इस अभ्यास में बंदरगाह और समुद्र दोनों चरण शामिल होंगे।
जिमेक्स:
- जिमेक्स दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच एक द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है।
- इसकी शुरुआत 2012 में जापान में हुई थी।
- 7वें जिमेक्स-23 की मेजबानी भारतीय नौसेना ने जुलाई 2023 में विशाखापत्तनम में की थी।
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बिरसा मुंडा
- झारखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने हाल ही में आदिवासी नेता बिरसा मुंडा को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
बिरसा मुंडा के बारे में:
- वह एक लोक नायक और आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी थे , जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में, विशेष रूप से ब्रिटिश भारत के आदिवासी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- वह छोटानागपुर पठार क्षेत्र के मुंडा जनजाति से थे ।
- उन्होंने 19वीं सदी के प्रारंभ में ब्रिटिश उपनिवेश के तहत बिहार और झारखंड क्षेत्रों में उठे भारतीय जनजातीय जन आंदोलन का नेतृत्व किया ।
- 19वीं सदी के अंत में मुंडा विद्रोह हुवाजिसे उलगुलान या तमार विद्रोह के रूप में भी जाना जाता है ।
- 9 जून 1900 को 25 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई।
- राष्ट्रीय आंदोलन पर उनके प्रभाव को मान्यता देते हुए, 2000 में उनकी जयंती पर झारखंड राज्य का निर्माण किया गया ।
- केंद्र सरकार द्वारा 2021 में बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को ' जनजातीय गौरव दिवस' घोषित किया गया ।
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"सोर्स कोड: माई बिगिनिंग्स "
- माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने अपने बहुप्रतीक्षित संस्मरण "सोर्स कोड: माई बिगिनिंग्स" को जारी करने की योजना का खुलासा किया है।
- यह पुस्तक 4 फरवरी, 2025 को बाजार में आएगी।
- इस पुस्तक में गेट्स के बचपन से लेकर 1975 में माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना तक के जीवन का वृत्तांत प्रस्तुत किया जाएगा ।
- इसमें बचपन में खुद को अनुपयुक्त महसूस करना, किशोरावस्था में माता-पिता से झगड़ा होना, किसी प्रियजन को अचानक खो देना और कॉलेज से लगभग निकाल दिया जाना शामिल है।
- हालाँकि, सोर्स कोड माइक्रोसॉफ्ट या गेट्स के अन्य व्यावसायिक उपक्रमों के बारे में नहीं है । इसके बजाय, यह उन शुरुआती जुनून और लक्ष्यों पर केंद्रित है, जिन्होंने गेट्स को आज के व्यक्ति के रूप में आकार दिया है।
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एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप
- अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के कार्यकारी बोर्ड ने भारत को 24 टीमों के पहले एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप के लिए मेजबान देश के रूप में नामित किया है।
- पहले एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कपका आयोजन दिसंबर 2025 में होगा
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच)
- अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) मैदानी हॉकी और इनडोर मैदानी हॉकी को संचालित करने वाली अंतरराष्ट्रीय निकाय है।
- इसकी स्थापना 1924 में हुई एवं इसका मुख्यालय स्कॉटलैंड में स्थित है।
- एफआईएच में पांच महाद्वीपीय संघ हैं जो प्रत्येक महाद्वीप के भीतर पुरुषों और महिलाओं के लिए हॉकी के प्रशासन, प्रचार और विकास के लिए जिम्मेदार होते हैं।
- वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ में कुल 138 सदस्य देश हैं।
- एफआईएच के अध्यक्ष तैयब इकराम है ।
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