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18-19 September Current Affairs

Updated : 19th Oct 2023
18-19 September Current Affairs

18-19 सितंबर समसामयिकी

  1. विश्व ओजोन दिवस 

  • पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने विश्व ओजोन दिवस मनाया। 

  • विश्य ओजोन दिवस 16 सितंबर को मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर करने की स्मृति में हर साल मनाया जाता है।

  • विश्व ओजोन दिवस 2023 की थीम “मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल: ओजोन परत को ठीक करना और जलवायु परिवर्तन को कम करना” है

वियना सम्मेलन के बारे में:

  • ओज़ोन क्षरण के मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समझौते हेतु अंतर-सरकारी वार्ता वर्ष 1981 में प्रारंभ हुई। 

  • मार्च, 1985 में ओज़ोन परत के संरक्षण के लिये वियना में एक विश्वस्तरीय सम्मेलन हुआ, जिसमें ओज़ोन संरक्षण से संबंधित अनुसंधान पर अंतर-सरकारी सहयोग, ओज़ोन परत का सुव्यवस्थित तरीके से निरीक्षण, क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैसों की निगरानी और सूचनाओं के आदान-प्रदान जैसे मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की गई।

  • इस सम्मेलन में मानव स्वास्थ्य और ओज़ोन परत में परिवर्तन करने वाली मानवीय गतिविधियों की रोकथाम करने के लिये प्रभावी उपाय अपनाने पर सदस्य देशों ने प्रतिबद्धता व्यक्त की।

मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के बारे में:

  • मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल ओज़ोन-क्षयकारी पदार्थों के उत्पादन को रोकने के लिये एक विश्वव्यापी समझौता है।

  • जिसे 16 सितंबर, 1987 को अपनाया गया प्रोटोकॉल अब तक की एकमात्र संयुक्त राष्ट्र संधि है जिसे पृथ्वी पर प्रत्येक देश एवं सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य राज्यों द्वारा अनुमोदित किया गया है।

  • इसने रेफ्रिजरेटर, एयर-कंडीशनर और कई अन्य उत्पादों में 99% ओज़ोन-क्षयकारी रसायनों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर दिया है।

  • भारत जून 1992 से मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का पक्षकार है।



  1. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून पर संयुक्त राष्ट्र आयोग(UNCITRAL)

  • भारत ने प्रथम UNCITRAL- दक्षिण एशिया सम्मेलन का आयोजन किया है 

UNCITRAL के बारे में:

  • UNCITRAL की स्थापना 1966 में की गई थी। यह संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक सहायक संस्था है। 

  • इसका गठन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से जुड़े कानूनों में और अधिक सामंजस्य स्थापित करने तथा उनका एकीकरण करने के लिए किया गया है।

  • इसमें महासभा द्वारा चुने गए 70 सदस्य देश शामिल हैं।

  • इसके सदस्य छह साल की अवधि के लिए चुने जाते हैं। भारत की सदस्यता अवधि 2028 तक है।

नोट:

  • UNCITRAL विश्व व्यापार संगठन (WTO) का हिस्सा नहीं है।

  • WTO व्यापार से जुड़े नीतिगत मुद्दों का निपटारा करता है। UNCITRAL अंतर्राष्ट्रीय लेन-देन में निजी भागीदारों पर लागू कानूनों से संबंधित मामलों को देखता है। यह दो देशों के मध्य उत्पन्न विवादों को नहीं देखता है।




3.'प्रलय' बैलिस्टिक मिसाइलें

  • हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने प्रलय बैलिस्टिक मिसाइलों की एक रेजिमेंट की खरीद को मंजूरी दी है

'प्रलय' बैलिस्टिक मिसाइल के बारे में:

  • यह सतह से सतह पर मार करने वाली कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। इसे मोबाइल लॉन्चर से लॉन्च किया जा सकता है।

  • इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है।

  • मारक क्षमता: 150 से 500 किलोमीटर तक ।

  • पेलोड क्षमता: 350 से 700 किलोग्राम भार के पारंपरिक वारहेड ।

  • कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल वायुमंडल के भीतर ही रहती हैं। इसके विपरीत, अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर चली जाती हैं।

  • कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेप पथ (Trajectory ) काफी नीचे होता है और काफी हद तक बैलिस्टिक मिसाइलों के ही समान है। ये उड़ान के दौरान तीव्रता से अपना मार्ग बदल भी सकती हैं।



4.जूनो मिशन

  • नासा के जूनो मिशन ने बृहस्पति ग्रह के करीब अपनी 53वीं फ्लाईबाई पूरी की है


A poster of solar energy
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फ्लाईबाई क्या है?

  • यह एक अंतरिक्ष यान की वैज्ञानिक डेटा एकत्र करने के लिए किसी खगोलीय पिंड के काफी करीब उड़ान होती है।

जूनो मिशन के बारे में:

  • इसे 2011 में पांच साल के मिशन के लिए लॉन्च किया गया था।

  • उद्देश्यः इसका उद्देश्य बृहस्पति ग्रह के घने बादलों के नीचे अध्ययन करना है साथ ही बृहस्पति सौरमंडल और ब्रह्मांड में विशाल ग्रहों की उत्पत्ति व विकास का पता लगाना भी है।

  • यह वैज्ञानिक परीक्षण के लिए बृहस्पति के धुंधले वलयों का भी अध्ययन करेगा।

  • अपने विस्तारित मिशन के तहत यह सितंबर 2025 तक या अंतरिक्ष यान के सक्रिय रहने तक बृहस्पति ग्रह के अध्ययन का कार्य जारी रखेगा।






5.'मुख्यमंत्री संपूर्ण पुष्टि योजना' 

  • ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पोषण को बढ़ावा देने के लिए 'मुख्यमंत्री संपूर्ण पुष्टि योजना' का अनावरण किया। A map of india with different colored states
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अन्य तथ्य-

  • कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य ओडिशा में माताओं, किशोर लड़कियों और बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करना है।

  • योजना के विशिष्ट प्रावधानों में 15 से 19 वर्ष की किशोरियों के लिए पूरक पोषण आहार, गर्भवती महिलाओं के लिए अतिरिक्त सूखा भोजन और गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के लिए संपूर्ण भोजन शामिल हैं। मध्यम कुपोषित बच्चों को विटामिन युक्त छटुआ (भुना हुआ बेसन) और अंडा मिलेगा।

नोट-

  • ओडिशा वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए समर्पित पोषण बजट बनाने वाला भारत का पहला राज्य है।




6.राज्य सभा उपाध्यक्षों के पैनल में 50 प्रतिशत महिला सांसद

  • राज्य सभा के सभापति और उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने घोषणा की कि उपाध्यक्षों के पैनल का पुनर्गठन किया गया है, जिसमें 50 प्रतिशत महिला सांसद हैं।

  • 8 सदस्यीय पैनल में 4 महिला सदस्य होंगी, जिनमें भारतीय जनता पार्टी की सांसद कांता कर्दम, सुमित्रा बाल्मीक, गीता उर्फ चंद्रप्रभा और बीजू जनता दल की ममता मोहंता शामिल हैं।

  • इनके अलावा कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह, आम आदमी पार्टी के नारायण दास गुप्ता, वाईएसआरसीपी के वी. विजयसाई रेड्डी और तृणमूल कांग्रेस के शांतनु सेन को समिति का सदस्य घोषित किया गया है।

  • सभापति या उपसभापति की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष सदन की अध्यक्षता करने के पात्र होते हैं।

राज्यसभा के उपाध्यक्ष का पैनल: 

  • संविधान का अनुच्छेद 118(1) संसद के प्रत्येक सदन को अपनी प्रक्रिया और अपने कार्य संचालन को विनियमित करने के लिये नियम बनाने का अधिकार देता है।

  • संविधान के इस प्रावधान के तहत राज्यसभा ने वर्ष 1964 में अपनी प्रक्रिया और अपने कामकाज़ के संचालन को विनियमित करने के लिये नियमों को अपनाया था।

  • राज्यसभा के नियमों के तहत सभापति सदस्यों में से उपसभापति का एक पैनल नामित करता है जो तब तक पद पर रहता है जब तक कि उपसभापति का एक नया पैनल नामित नहीं हो जाता।

  • सभापति या उपसभापति की अनुपस्थिति में इनमें से कोई भी सदन की अध्यक्षता कर सकता है।

  • राज्यसभा की अध्यक्षता करते समय उपसभापति के पास अध्यक्ष के समान शक्तियाँ होती हैं।

  • जब उपाध्यक्ष के पैनल का कोई सदस्य उपस्थित नहीं होता है, तो सदन द्वारा निर्धारित कोई अन्य व्यक्ति अध्यक्ष के रूप में कार्य करता है।

  • सभापति या उपसभापति का पद रिक्त होने पर उपसभापति पैनल का कोई सदस्य सदन की अध्यक्षता नहीं कर सकता।

  • ऐसे समय सभापति के कर्तव्यों का पालन सदन के ऐसे सदस्य द्वारा किया जाना चाहिये जिसे राष्ट्रपति इस उद्देश्य के लिये नियुक्त करता है।





7.यशोभूमि

  • हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने द्वारका, नई दिल्ली में 'यशोभूमि' नामक इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) के पहले चरण का उद्घाटन किया।

यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर के बारे में:

  • 'यशोभूमि' कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर को ऐसे आयोजनों के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा प्रदान करके सम्मेलनों और प्रदर्शनियों की मेजबानी में भारत की स्थिति को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

  • यशोभूमि 219 एकड़ में करीब 5400 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। वहीं, प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम 123 एकड़ में तैयार किया गया है।

  • यह उन्नत सुरक्षा उपायों के माध्यम से आगंतुकों की सुरक्षा पर भी जोर देता है और अपनी भूमिगत पार्किंग सुविधा में टिकाऊ परिवहन के लिए पर्याप्त इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट प्रदान करता है।

यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर की विशेषताएं:

  • कन्वेंशन सेंटर में 11000 से ज्यादा लोगों के बैठने की क्षमता है।

  • इसमें 15 कन्वेंशन रूम, ग्रैंड बॉलरूम और 13 मीटिंग रूम बनाए गए हैं।

  • कन्वेंशन सेंटर का प्लेनरी हॉल विजिटर को ग्लोबल लेवल एक्सपीरियंस देगा।

  • प्लेनरी हॉल में लगभग 6,000 उपस्थित लोग बैठ सकते हैं, और ग्रैंड बॉलरूम लगभग 2,500 मेहमानों की मेजबानी कर सकता है।

  • इस कन्वेंशन सेंटर में देश की सबसे बड़ी LED स्क्रीन लगाई जाएगाी।

  • यह सेंटर विश्व स्तरीय अनुभव के लिए नवीन बैठने की व्यवस्था, लकड़ी के फर्श और ध्वनिक दीवार पैनल प्रदान करता है।

  • ये हॉल प्रदर्शनियों, व्यापार मेलों और व्यावसायिक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और प्राकृतिक प्रकाश फ़िल्टरिंग के लिए एक आकर्षक तांबे की छत के साथ एक भव्य फ़ोयर क्षेत्र से सहजता से जुड़े हुए हैं।

  • कन्वेंशन सेंटर में बनी अंडरग्राउंड पार्किंग में एक साथ 3000 कारें पार्क की जा सकती हैं। इस सेंटर में ड्रेनेज वाटर को दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही इस सेंटर रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा भी है।

  • यह कन्वेंशन सेंटर भारत मंडपम से भी बड़ा है, जहां 9 और 10 सितंबर को G-20 की मीटिंग हुई थी।




8.अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई (ICC) दिवस, 2023

  • 16 सितंबर, 2023 को भारतीय तटरक्षक (ICG) ने सभी तटीय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई (ICC) दिवस, 2023 का आयोजन किया। 

अन्य तथ्य:

  • वर्ष 2006 से UNEP और दक्षिण एशिया सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम (SACEP) (दक्षिण एशियाई क्षेत्र में) के तत्त्वावधान में यह दिवस प्रतिवर्ष सितंबर के तीसरे शनिवार को विश्व भर में आयोजित किया जाता है।

  • इस वर्ष महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु में स्वयंसेवकों की सबसे अधिक भागीदारी देखी गई।

भारतीय तटरक्षक के बारे में:

  • ICG की स्थापना अगस्त 1978 में तटरक्षक अधिनियम, 1978 द्वारा भारत के एक स्वतंत्र सशस्त्र बल के रूप में की गई थी।

  • ICG के गठन की अवधारणा वर्ष 1971 के युद्ध के बाद अस्तित्व में आई और एक बहुआयामी तटरक्षक बल की रूपरेखा दूरदर्शी रुस्तमजी समिति (1974) द्वारा तैयार की गई।

  • यह विश्व का चौथा सबसे बड़ा तटरक्षक बल है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।





9.राहुल नवीन को प्रवर्तन निदेशालय का अंतरिम निदेशक किया गया नियुक्त

  • हाल ही में राहुल नवीन को भारत के प्रवर्तन निदेशालय के प्रभारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया

  • ईडी में प्रवर्तन निदेशक के रूप में संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल 15 सितंबर, 2023 को समाप्त हो गया।

  • संजय कुमार मिश्रा ने शुरुआत में 19 नवंबर, 2018 से दो साल के कार्यकाल के लिए प्रवर्तन निदेशालय में निदेशक की भूमिका निभाई।

  • केंद्र सरकार ने बाद में 13 नवंबर, 2020 को एक आदेश जारी किया, जिसने पूर्वव्यापी प्रभाव से मिश्रा का कार्यकाल दो साल से बढ़ाकर तीन साल कर दिया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बारे में:

  • स्थापना: 1 मई 1956

  • मुख्यालय: नई दिल्ली, भारत में 

  • अधिदेश: भारत में आर्थिक कानूनों और विनियमों को लागू करने के लिए जिम्मेदार विशेष एजेंसी।

  • फोकस क्षेत्र: वित्तीय अपराधों, मनी लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा उल्लंघन और आर्थिक अपराधों की जांच और मुकदमा चलाना।

  • प्रशासनिक नियंत्रण: राजस्व विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करता है।

  • मंत्रालय संबद्धता: भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का हिस्सा।

  • भूमिका: आर्थिक कानूनों और विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करके भारत की वित्तीय और आर्थिक प्रणालियों की अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका।




10.पीएम विश्वकर्मा योजना' 

  • हाल ही में भारत सरकार ने विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर 'प्रधानमंत्री (PM) विश्वकर्मा योजना' शुरू की है।

  • "पीएम विश्वकर्मा" योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों का समर्थन करना है।

  • यह योजना लोहार, सुनार, मिट्टी के बर्तन (कुम्हार), बढ़ईगीरी और मूर्तिकला जैसे विभिन्न व्यवसायों में लगे पारंपरिक कारीगरों तथा शिल्पकारों के उत्थान के लिये बनाई गई है, जिसमें सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने एवं उन्हें औपचारिक अर्थव्यवस्था व वैश्विक मूल्य शृंखला में एकीकृत करने पर ध्यान दिया गया है।

  • इसे एक केंद्रीय क्षेत्र योजना के रूप में लागू किया जाएगा, जो पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित होगी।

उद्देश्य:

  • यह सुनिश्चित करना कि कारीगरों को घरेलू और वैश्विक मूल्य शृंखलाओं में निर्बाध रूप से एकीकृत किया जाए, जिससे उनकी बाज़ार पहुँच एवं अवसरों में वृद्धि हो।

  • भारत की पारंपरिक शिल्प की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और संवर्धन।

  • कारीगरों को औपचारिक अर्थव्यवस्था में परिवर्तन करने और उन्हें वैश्विक मूल्य शृंखलाओं में एकीकृत करने में 

सहायता करना।

महत्त्व:

  • तकनीकी प्रगति के बावजूद, विश्वकर्मा (पारंपरिक कारीगर) समाज में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

  • इन कारीगरों को पहचानने और समर्थन करने तथा उन्हें वैश्विक आपूर्ति शृंखला में एकीकृत करने की आवश्यकता है।

मंत्रालय:

  • सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (MoMSME) इस योजना के लिये नोडल मंत्रालय है।

  • यह योजना MoMSME, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय और वित्तीय सेवा विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से कार्यान्वित की जाएगी

विश्वकर्मा जयंती:

  • यह एक हिंदू त्यौहार है जो दिव्य वास्तुकार, विश्वकर्मा को समर्पित है।

  • यह उत्सव केवल इंजीनियरों और वास्तुकारों तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसमें कारीगर, शिल्पकार, यांत्रिकी, लोहार, वेल्डर और औद्योगिक श्रमिक भी शामिल हैं।

  • मशीनों और उपकरणों के सुचारू संचालन के लिए भी प्रार्थना की जाती है।

  • विश्वकर्मा जयंती हिंदू कैलेंडर के 'कन्या संक्रांति' पर आती है, आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर में 16 से 18 सितंबर के बीच मनाया जाता है ।

  • यह त्यौहार नेपाल में भी मनाया जाता है, और पश्चिम बंगाल में हल्दिया अपने विश्वकर्मा पूजा समारोह के लिए जाना जाता है।



11.धनंजय जोशी, डीआईपीए का अध्यक्ष नियुक्त 

  • हाल ही में धनंजय जोशी को डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (डीआईपीए) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। 

  • धनंजय जोशी वर्तमान में एक प्रमुख भारतीय दूरसंचार कंपनी समिट डिजिटल के प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में कार्यरत थे ।

  • वह अखिल गुप्ता का स्थान लेंगे, जिन्होंने 2011 से भारती एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष और डीआईपीए के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है।

डीआईपीए के बारे में:

  • टॉवर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (टीआईपीए) को 2010 में स्थापित किया गया था ।

  • व्यापक सदस्यता आधार को शामिल करने के लिए 2020 में इसका नाम बदलकर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (डीआईपीए) कर दिया गया।

सदस्यता विविधता:

  • भारत में डिजिटल बुनियादी ढांचा कंपनियों की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रतिनिधित्व करता है।

  • इसमें टावर और टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदाता, फाइबर ऑप्टिक केबल डिप्लॉयर, डेटा सेंटर ऑपरेटर, ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदाता और उपकरण निर्माता शामिल हैं।

उद्देश्य:

  • भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचा उद्योग में वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित।

  • सरकार और नियामकों के साथ सहयोग करके उद्योग-अनुकूल नीतियों की वकालत।



12. होयसला साम्राज्य के मंदिर

  • 18 सितंबर को, भारत के कर्नाटक में होयसला साम्राज्य के मंदिरों को आधिकारिक तौर पर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया।

  • यह भारत में 42 वें यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल को चिह्नित करता है और रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन को भी यह प्रतिष्ठित मान्यता मिलने के ठीक एक दिन बाद आता है।

  • यह निर्णय सऊदी अरब के रियाद में आयोजित यूनेस्को विश्व धरोहर समिति के 45वें सत्र के दौरान किया गया।

नोट:

  • इन मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर का दर्जा पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन को 17 सितंबर को यही मान्यता मिलने के एक दिन बाद 18 सितंबर को मिला।

होयसला साम्राज्य:

  • होयसल राजवंश

  • होयसला राजवंश एक प्रमुख दक्षिण भारतीय राजवंश था जिसने 10वीं से 14वीं शताब्दी तक कर्नाटक क्षेत्र पर शासन किया था। वे पश्चिमी चालुक्यों के सामंत थे । वे कला, वास्तुकला और साहित्य में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाने जाते थे और उनके शासन ने कर्नाटक के इतिहास में एक स्वर्ण युग को चिह्नित किया।

  • काल: 1050 - 1355 ई

  • राजधानी: हलेबिडु और बेलूर

  • संस्थापक: साला होयसल राजवंश के संस्थापक हैं। 

  • शासन का विस्तार: उन्होंने आधुनिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों और आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों पर शासन किया।

  • स्रोत: होयसल राजा विष्णुवर्धन के बेलूर शिलालेख में साला को होयसल राजवंश के संस्थापक के रूप में उल्लेख किया गया है। 

  • धर्म: वे वैष्णव, शैव और जैन धर्म के अनुयायी थे ।

  • राज्य का विभाजन: साम्राज्य → नाडु → विषय → कम्पाना → देश

  • पतन: नरसिम्हा तृतीय के पुत्र वीर बल्लाला तृतीय को होयसल राजवंश का अंतिम शासक माना जाता है। 

  • उन्होंने राज्य को फिर से एकीकृत किया, लेकिन 1343 में मदुरै की लड़ाई में उनकी मृत्यु के बाद , राज्य विघटित हो गया और अन्य साम्राज्यों में विलय हो गया।

वास्तुकला के बारे में:

  • उन्होंने वास्तुकला की एक विशिष्ट शैली विकसित की जिसे होयसला स्कूल ऑफ़ आर्ट के नाम से जाना जाता है।

  • एकाधिक मंदिर: उन्होंने एक केंद्रीय स्तंभ वाले हॉल के चारों ओर कई मंदिर बनाए। 

  • तीर्थस्थल: तारकीय योजना के अनुसार बनाए गए थे ।

  • सामग्री: नरम साबुन का पत्थर (क्लोराइट शिस्ट) मुख्य निर्माण सामग्री थी। 

  • सजावट: आंतरिक और बाहरी दोनों दीवारों पर जटिल नक्काशी की गई थी। मूर्तियां और आभूषण भी सजाए गए। 

  • परस्पर जुड़ाव: सभी कक्षों में शिखर थे, जो क्षैतिज रेखाओं और सांचों की व्यवस्था द्वारा आपस में जुड़े हुए थे। 

  • जगती: मंदिरों का निर्माण एक ऊंचे चबूतरे पर किया जाता था जिसे जगती के नाम से जाना जाता था, जो लगभग 1 मीटर ऊंचा होता था। 

  • ज़िग-ज़ैग पैटर्न: मंदिर की दीवारें और सीढ़ियाँ ज़िगज़ैग पैटर्न का अनुसरण करती हैं।

सोमनाथपुरा में केशव मंदिर

  • संरक्षक: इसे 1268 ई. में राजा नरसिम्हा तृतीय के अधीन बनाया गया थाA map of south india with different countries/regions
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  • स्थान: यह कर्नाटक के सोमनाथपुरा में कावेरी नदी के तट पर एक वैष्णव हिंदू मंदिर है।

चेन्नकेशव मंदिर, बेलूर

  • संरक्षक: इसे होयसल राजा विष्णुवर्धन ने 1117 ई. में बनवाया था।

  • विजयनगर साम्राज्य ने हरिहर द्वितीय के प्रायोजन के तहत इसकी मरम्मत की।

  • स्थान: यह कर्नाटक के हसन जिले में यागाची नदी के तट पर भगवान विष्णु को समर्पित एक हिंदू मंदिर है ।

हलेबिडु में होयसलेश्वर मंदिर:

  • संरक्षक: इसका निर्माण होयसल राजा विष्णुवर्धन ने करवाया था।

  • स्थान: यह कर्नाटक के हलेबिदु शहर में भगवान शिव को समर्पित एक हिंदू मंदिर है ।

यूनेस्को के बारे में-

  • मुख्यालय: पेरिस, फ्रांस

  • महानिदेशक: ऑड्रे अज़ोले

  • स्थापित: 16 नवंबर 1945 को लंदन, यूनाइटेड किंगडम में

  • संगठन में: 193 सदस्य और 11 सहयोगी सदस्य हैं।

  • महत्वपूर्ण बिंदु: कर्नाटक पहले से ही कई यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का दावा करता है, जिनमें हम्पी खंडहर, पट्टाडकल स्मारक और पश्चिमी घाट शामिल हैं।




13.माली, नाइज़र और बुर्किना फासो ने एक पारस्परिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किये

  • हाल ही में तीन साहेल देशों माली, नाइजर और बुर्किना फासो के मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने माली की राजधानी ‘बमाको’ में एक पारस्परिक रक्षा समझौते की घोषणा की।

  • यह तीन देशों के बीच पारस्परिक रक्षा और सहायता के लिये एक रूपरेखा प्रदान करता है।

  • लिप्टाको-गौरमा चैटर के प्रावधानों के तहत इस समझौते पर हस्ताक्षर किये गए हैं, जिसने साहेल राज्यों के गठबंधन की स्थापना की थी।

  • माली, बुर्किना फासो और नाइजर के बीच के सीमावर्ती क्षेत्र लिप्टाको-गौरमा क्षेत्र का हिस्सा है।

  • यह गठबंधन तीन देशों के सैन्य व आर्थिक प्रयासों का एक संयोजन कहा जा सकता है जिसका लक्ष्य आतंकवाद और जिहादवाद का उन्मूलन करना है।

साहेल क्षेत्र:

  • साहेल अफ़्रीका का एक क्षेत्र है। इसे उत्तर में सहारा और दक्षिण में सूडानी सवाना के बीच संक्रमण के पारिस्थितिक जलवायु और जैव-भौगोलिक क्षेत्र के रूप में परिभाषित किया गया है। गर्म अर्ध-शुष्क जलवायु होने के कारण , यह अटलांटिक महासागर और लाल सागर के बीच उत्तरी अफ्रीका के दक्षिण-मध्य अक्षांशों तक फैला हुआ है।

  • अफ्रीका के साहेल भाग में शामिल हैं; पश्चिम से पूर्व तक - उत्तरी सेनेगल , दक्षिणी मॉरिटानिया , मध्य माली , उत्तरी बुर्किना फासो , अल्जीरिया के चरम दक्षिण , दक्षिणी नाइजर , नाइजीरिया के चरम उत्तर , कैमरून और मध्य अफ्रीकी गणराज्य , मध्य चाड के हिस्से , मध्य और दक्षिणी सूडान , दक्षिण सूडान के चरम उत्तर , इरिट्रिया और इथियोपिया के चरम उत्तर।

  • साहेल में शुष्क कठोर जलवायु के कारण अक्सर भोजन और पानी की कमी होती है । पूरे क्षेत्र में बहुत अधिक जन्म दर के कारण जनसंख्या तेजी से बढ़ने से यह और भी गंभीर हो गया है ; नाइजर में दुनिया की सबसे अधिक प्रजनन दर है।

  • बोको हराम , इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा सहित जिहादी विद्रोही समूह पश्चिमी साहेल के कुछ हिस्सों में अक्सर बड़े हमले करते रहते हैं।



14. 'मुख्यमंत्री श्रमिक कल्याण योजना' 

  • अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ईटानगर में एक कार्यक्रम के दौरान 'मुख्यमंत्री श्रमिक कल्याण योजना' की घोषणा की।

  • 'मुख्यमंत्री श्रमिक कल्याण योजना' का उद्देश्य राज्य के भीतर श्रम बल को लाभ पहुंचाना है।

  • इस योजना के तहत अरुणाचल प्रदेश भवन और अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के साथ पंजीकृत श्रमिकों के लिए लाभों का पुनर्गठन किया गया है।



15. अंतरराष्ट्रीय रेड पांडा दिवस 

  • अंतरराष्ट्रीय रेड पांडा दिवस (आईआरपीडी) प्रत्येक वर्ष सितंबर के तीसरे शनिवार(16 सितंबर) को दुनिया भर में मनाया जाता है।

  • अंतरराष्ट्रीय रेड पांडा दिवस का उद्देश्य लाल पांडा के संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को उनकी सुरक्षा के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

  • आईआरपीडी 2022 में 17 सितंबर, 2022 को हुआ, जबकि आईआरपीडी 2024 में 21 सितंबर, 2024 को मनाया जाएगा।

अन्य तथ्य:

  • लाल पांडा मुख्य रूप से नेपाल, भारत, भूटान, चीन और म्यांमार के पहाड़ी जंगलों में पाए जाते हैं।

  • रेड पांडा नेटवर्क (आरपीएन) की स्थापना 2007 में हुई थी और इसकी स्थापना ब्रायन विलियम्स ने की थी।

  • आरपीएन का मुख्यालय ओरेगन, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) में है।