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21 June 2024 Current Affairs in Hindi

Updated : 23rd Jun 2024
21 June 2024 Current Affairs in Hindi

21 June 2024 Current Affairs in Hindi

राष्ट्रीय फोरेंसिक अवसंरचना संवर्द्धन योजना

  • केंद्रीय मंत्निमंडल ने केंद्रीय क्षेत्रक की एक नई योजना "राष्ट्रीय फोरेंसिक अवसंरचना संवर्द्धन योजना (NFIES)" को मंजूरी दी है।

NFIES के बारे में:

  • इसका उद्देश्य 01 जुलाई, 2024 से लागू होने वाले नए आपराधिक कानूनों की जरूरतों के अनुरूप फोरेंसिक लैबों पर कार्य का बोझ कम करना है।
  • नए आपराधिक कानून में 7 वर्ष या उससे अधिक की सजा वाले अपराधों के लिए फोरेंसिक जांच अनिवार्य कर दिया गया है।
  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2024-25 से 2028-29 की अवधि के दौरान 2254.43 करोड़ रुपये के कुल वित्तीय परिव्यय वाली "NFIES" पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने NFIES के तहत निम्नलिखित घटकों को मंजूरी दी है:

  • देश में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) के परिसरों की स्थापना करना।
  • देश में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं की स्थापना करना।
  • NFSU के दिल्ली परिसर के मौजूदा बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाना।

न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)

  • केंद्रीय मंनिमंडल ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंजूरी दी है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बारे में:

  • MSP सरकार द्वारा घोषित वह न्यूनतम मूल्य दर है, जिस पर किसान सरकार को अपनी फसल बेचते हैं। इसका उद्देश्य किसानों को फसल की कीमत में गिरावट की स्थिति में जल्दबाजी में फसल बेचने से रोकना है।
  • 22 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की जाती है।

इन 22 फसलों में शामिल हैं:

  • 14 खरीफ फसलेंः धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी, अरहर, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, नाइजरसीड, कपास आदि।
  • 6 रबी फसलें: गेहूं, जौ, चना, मसूर, रेपसीड / सरसों और कुसुम ।
  • 2 वाणिज्यिक फसलें: जूट और खोपरा।

अन्य तथ्य :

  • न्यूनतम समर्थन मूल्य बुवाई के मौसम की शुरुआत में घोषित किया जाता है।
  • कृषि लागत और मूल्य आयोग (CASP) न्यूनतम समर्थन मूल्य की सिफारिश करता है।
  • प्रधान मंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति इस पर अंतिम निर्णय लेती है।
  • भारतीय खाद्य निगम (FCI) न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं और धान की खरीद के लिए नोडल केंद्रीय एजेंसी है।

कृषि सखी अभिसरण कार्यक्रम (केएससीपी)

  • हाल ही में भारत के प्रधान मंत्री ने कृषि सखी अभिसरण कार्यक्रम (केएससीपी) के तहत स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की 30,000 से अधिक महिलाओं को 'कृषि सखी' के रूप में प्रमाण पत्र प्रदान किए।

कृषि सखी अभिसरण कार्यक्रम (केएससीपी) के बारे में:

  • कृषि सखी अभिसरण कार्यक्रम (केएससीपी) का उद्देश्य कृषि सखी के रूप में ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण के माध्यम से ग्रामीण भारत में बदलाव लाना है, तथा कृषि सखियों को पैरा-विस्तार कार्यकर्ताओं के रूप में प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करना है।
  • यह प्रमाणन पाठ्यक्रमलखपति दीदीकार्यक्रम के उद्देश्यों के अनुरूप है।
  • ‘लखपति दीदी’ कार्यक्रम के तहत 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है, जिसका एक आयाम कृषि सखी है।

सतत विकास रिपोर्ट 2024

  • हाल ही में जारी सतत विकास रिपोर्ट 2024 में कहा गया है कि विश्व 2015 में स्वीकृत अधिकांश सतत विकास लक्ष्यों, जैसे गरीबी और भुखमरी से निपटना, से काफी दूर है।

सतत विकास रिपोर्ट (एसडीआर) के बारे में:

  • यह 2015 में 193 संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों द्वारा सततविकास लक्ष्यों (एसडीजी) को अपनाए जाने के बाद सेप्रत्येक वर्षहुई प्रगति की समीक्षा करता है ।
  • इसेसतत विकास समाधान नेटवर्क (एसडीएसएन) द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित किया जाता है।

एसडीआर 2024 की मुख्य विशेषताएं:

  • भविष्य के संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर प्रकाशित एसडीआर 2024 में 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में प्रमुख सुधारों की सिफारिश की गई है।
  • विषय : सतत विकास लक्ष्य और भविष्य का संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन
  • इस वर्ष फिनलैंड, स्वीडनऔरडेनमार्क रैंकिंग में शीर्ष पर हैं ।
  • वैश्विक स्तर पर,  2030 तक केवल 16% सततविकासलक्ष्य हीप्राप्त किए जा सकेंगे,तथा शेष 84% लक्ष्यों में सीमित प्रगति या इसके उलट होने की संभावना है।
  • वैश्विक चुनौतियों के लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है।संयुक्त राष्ट्र आधारित बहुपक्षवाद के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में बारबाडोस सर्वोच्च स्थान पर है ; संयुक्तराज्य अमेरिका अंतिम स्थान पर है ।
  • एसडीआर टिकाऊ खाद्य और भूमि प्रणालियों का समर्थन करने के लिए नए FABLE (खाद्य, कृषि, जैव विविधता, भूमि और ऊर्जा) मार्ग प्रस्तुत करता है।

विश्व शरणार्थी दिवस

  • विश्व शरणार्थी दिवस प्रतिवर्ष 20 जून को विश्व स्तर पर मनाया जाता है।
  • विश्व शरणार्थी दिवस 2024 का विषय है 'एक ऐसे विश्व के लिए जहां शरणार्थियों का स्वागत किया जाता है।'

विश्व शरणार्थी दिवस का इतिहास:

  • पहला विश्व शरणार्थी दिवस 20 जून 2001 को शरणार्थियों की स्थिति से संबंधित 1951 के कन्वेंशन की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाया गया था।
  • पहले इस दिन को अफ्रीका शरणार्थी दिवस के रूप में मान्यता दी गई थी और बाद में दिसंबर 2000 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने आधिकारिक तौर पर इसे शरणार्थियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस घोषित कर दिया।

शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के बारे में:

  • यह विश्व भर में शरणार्थियों की सुरक्षा करता है तथा उनकी घर वापसी या पुनर्वास में सहायता करता है।
  • इतिहास : इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1950 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद उन लाखों लोगों की मदद के लिए की गई थी, जिन्होंने अपना घर खो दिया था।
  • इसे 1954 और 1981 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड

आईएनएस सुनयना

  • हाल ही में, आईएनएस सुनयना ने 20-23 जून 2023तक मोम्बासा, केन्या का दौरा किया, जिसका उद्देश्य समुद्री पड़ोसियों के साथ योग के महासागर रिंग की थीम पर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना था।

आईएनएस सुनयना के बारे में:

  • यह सरयू श्रेणी का अपतटीय गश्ती पोत है जिसका कोच्चि में जलावतरण किया गया।
  • यह दक्षिणी नौसेना कमान के अंतर्गत आता है और इसका निर्माण गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में किया गया है ।

ऊर्जा संक्रमण सूचकांक

  • विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक में भारत को 63वां स्थान दिया गया है।

ऊर्जा संक्रमण सूचकांक के बारे में:

  • इसे विश्व आर्थिक मंच द्वारा प्रकाशित किया जाता है ।
  • सूचकांक का मूल एक विश्लेषणात्मक ढांचा है जो संक्रमण को एक ऐसी ऊर्जा प्रणाली की ओर बदलाव के रूप में मापता है जो स्थिरता, सुरक्षा और पहुंच का समर्थन करती है, तथा ऐसी संस्थाओं की ओर जो इस प्रदर्शन को सक्षम बनाती हैं।

ऊर्जा संक्रमण सूचकांक 2024 (ETI-2024) के बारे में मुख्य बिंदु

  • विश्व आर्थिक मंच ऊर्जा संक्रमण सूचकांक 2024 की रैंकिंग में स्वीडन शीर्ष पर है, उसके बाद डेनमार्क, फिनलैंड, स्विट्जरलैंड और फ्रांस का स्थान है।
  • ईटीआई-2024 में भारत को 63वां स्थान दिया गया है।

विश्व आर्थिक मंच (डबल्यूईएफ़ ) क बारे में:

  • यह एक गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी स्थापना 1971 में विश्व आर्थिक मंच के रूप में की गई थी ।
  • डबल्यूईएफ़का मुख्यालय: कोलोनी, स्विट्जरलैंड

डबल्यूईएफ़ द्वारा जारी अन्य रिपोर्ट:

  • वैश्विक लिंग अंतर रिपोर्ट,
  • वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता रिपोर्ट,
  • ऊर्जा संक्रमण सूचकांक,
  • वैश्विक यात्रा और पर्यटन रिपोर्ट,
  • वैश्विक आईटी रिपोर्ट,आईएनएसईएडी और कॉर्नेल विश्वविद्यालय के सहयोग से ।

संघर्ष में यौन हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

  • संघर्ष में यौन हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस प्रतिवर्ष 19 जून को मनाया जाता है
  • वर्ष 2024 का विषय है "संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल पर हमले: संघर्ष से संबंधित यौन हिंसा के पीड़ितों पर प्रभाव।"

अन्य तथ्य:

  • 19 जून 2024 को, न्यूयॉर्क, अमेरिका में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसकी सह-मेजबानी संघर्ष में यौन हिंसा पर महासचिव (OSRSG-SVC), बच्चों और सशस्त्र संघर्ष के लिए महासचिव के विशेष प्रतिनिधि कार्यालय (OSRSG CAAC), और संयुक्त राष्ट्र में अर्जेंटीना के स्थायी मिशन द्वारा की गई।
  • उत्पत्ति: 19 जून 2015 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा प्रस्ताव A/RES/69/293 द्वारा घोषित गया था ।

आईपीबीईएस ने प्रतिष्ठित ब्लू प्लैनेट पुरस्कार जीता

· जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर अंतर-सरकारी मंच (आईपीबीईएस) को 2024 ब्लू प्लैनेट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

  • प्रोफेसर रॉबर्ट कोस्टान्ज़ा को पारिस्थितिक अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उनके आधारभूत योगदान के लिए ब्लू प्लैनेट पुरस्कार भी प्रदान किया गया

ब्लू प्लैनेट पुरस्कार के बारे में

  • ब्लू प्लैनेट पुरस्कार शीर्ष वैश्विक स्थिरता पुरस्कारों में से एक है, जो वैज्ञानिक अनुसंधान और इसके अनुप्रयोग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए व्यक्तियों और संगठनों को प्रतिवर्ष दिया जाता है , जिससे वैश्विक पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान प्रदान करने में मदद मिली है।
  • यह पुरस्कार असाही ग्लास फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है जिसका मुख्यालय टोक्यो, जापानमें है ।
  • हर वर्ष दो विजेताओं का चयन किया जाता है और पुरस्कार में 500,000 अमेरिकी डॉलर की राशि शामिल होती है।
  • इसकी स्थापना 1992 में रियो अर्थ समिट के वर्ष में की गई थी।

(आईपीबीईएस) के बारे में

  • इसकी स्थापना 21 अप्रैल 2012 को पनामा सिटी में 94 सरकारों द्वारा की गई थी। वर्तमान में इसके 145 से अधिक सदस्य देश हैं।
  • आईपीबीईएस सचिवालय बॉन, जर्मनी में स्थित है।

10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024

  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रत्येक वर्ष 21 जून को दुनिया भर में मनाया जाता है।
  • 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 भारत में (आयुष मंत्रालय द्वारा) और विश्व स्तर पर (संयुक्त राष्ट्र द्वारा) 21 जून 2024 को मनाया जा रहा है ।
  • इस वर्ष का विषय है- ‘स्वयं और समाज के लिए योगविषय सभी लिंग, जाति, धर्म आदि के लिए योग के गहन लाभों पर जोर देता है।
  • नोट: पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015को पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया गया।

गुजरात को सबसे अधिक पवन ऊर्जा स्थापित क्षमता के लिए किया गया सम्मानित

  • भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के तत्वावधान में नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में गुजरात को सर्वाधिक पवन ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के लिए "प्रथम रैंक" का पुरस्कार मिला है

 

अन्य तथ्य:

  • मई 2024 के अंत तक गुजरात में 11,823 मेगावाट स्थापित पवन ऊर्जा क्षमता के साथ पहले स्थान पर है , जबकि तमिलनाडु में 10743 मेगावाट दूसरे स्थान पर है कर्नाटक 6312 मेगावाट के साथ तीसरे स्थान पर है।
  • गुजरात में 14182 मेगावाट की स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता भी है और यह सौर ऊर्जा के मामले में राजस्थान (22,180 मेगावाट) के बाद दूसरे स्थान पर है।
  • मई 2024 के अंत में, गुजरात में कुल 28200 मेगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता थी, जो सभी राज्यों में सबसे अधिक है।
  • नोट: भारत में पवन ऊर्जा उत्पादन में मई 2024 तक 46.4 गीगावाट की संचयी स्थापित पवन ऊर्जा क्षमता के साथ, यह दुनिया में चौथा सबसे बड़ा देश बन गया है।

शीर्ष 5 पवन ऊर्जा उत्पादक देश

  1. चीन
  2. संयुक्त राज्य अमेरिका
  3. जर्मनी
  4. भारत
  5. स्पेन

महाराजगंज में दुनिया का पहला एशियाई राजा गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र का करेगी उद्घाटन

  • उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में गिद्धों की एशियन किंग प्रजाति के लिए दुनिया का पहला संरक्षण और प्रजनन केंद्र स्थापित किया जाएगा।
  • केंद्र का नाम जटायु संरक्षण और प्रजनन केंद्र है। यह केंद्र लुप्तप्राय प्रजातियों की आबादी में सुधार करेगा जो वर्ष 2007 से अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ की लुप्तप्राय सूची में दर्ज हैं।
  • एशियन किंग गिद्ध आवासों के नष्ट होने और घरेलू पशुओं में डायक्लोफेनाक दवा के अत्यधिक उपयोग के कारण खतरे में हैं। यह दवा गिद्धों के लिए जहरीली होती है। केंद्र का लक्ष्य गिद्धों के अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना और उनकी आबादी बढ़ाना है।