Back to Blogs

22 मई 2024 समसामयिकी | 22 May 2024 Current Affairs in Hindi

Updated : 22nd May 2024
22 मई 2024 समसामयिकी | 22 May 2024 Current Affairs in Hindi

22 मई 2024 समसामयिकी

लुशाई जनजाति

  • मिजोरम के फौंगपुई राष्ट्रीय उद्यान में एक दुर्लभ अर्ध-परजीवी स्थलीय पौधा (फेथिरोस्पर्मम लुशाइओरम / Phtheirospermum lushaiorum) पाया गया है।
  • लुशाइओरम का नाम मिजोरम की "लुशाई" जनजाति के नाम पर रखा गया है।

लुशाई जनजाति के बारे में:

  • यह कुकी-चिन जनजाति समूह के अंतर्गत आने वाली एक जनजाति है।
  • इन्हें आमतौर पर मिज़ो के रूप में जाना जाता है और नस्लीय रूप से इन्हें मंगोलॉयड मूल के अंतर्गत माना जाता है।
  • इनका मुख्य व्यवसाय झूम और संतरे की खेती है।
  • लुशाई को हेड हंटर समुदाय के नाम से जाना जाता है।
  • बांस नृत्य (चेरौ-नृत्य) इनका लोकप्रिय नृत्य है।
  • लुशाई या मिज़ो समाज पितृवंशीय (और संयुक्त परिवार) होता है जिसमें पितृवंशीय उत्तराधिकार और विरासत के नियम विद्यमान हैं।

शुक्र ग्रह

  • एक नए अध्ययन के अनुसार शुक्र ग्रह पर पहले की अपेक्षा कहीं अधिक तेजी से जल कम हो रहा है।

शुक्र ग्रह के बारे में:

  • शुक्र पृथ्वी के सबसे नजदीक और सूर्य से दूसरे स्थान पर अवस्थित है।
  • यह रात के समय आकाश में सबसे अधिक चमकने वाला ग्रह है।
  • इसका अपना कोई उपग्रह नहीं है।
  • इसके वायुमंडल में मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड व सल्फ्यूरिक एसिड के बादल होते हैं।
  • अन्य ग्रहों के विपरीत, शुक्र और यूरेनस पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करते हैं।
  • शुक्र, बुध, पृथ्वी और मंगल को आंतरिक ग्रह (स्थलीय ग्रह) कहा जाता है|

गोपीचंद थोटाकुरा वाणिज्यिक अंतरिक्ष यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष पर्यटक बने

  • गोपीचंद थोटाकुरा आंध्र प्रदेश के निवासी हैं। वह ब्लू ओरिजिन न्यू शेपर्ड-25 (NS-25) मिशन की उप-कक्षीय अंतरिक्ष उड़ान (Sub-orbital space flight) के लिए चुने गए छह चालक दल वाले सदस्यों में से एक थे।
  • NS-25 एक रॉकेट प्रणाली है। इस प्रणाली को अंतरिक्ष यात्रियों और रिसर्च पेलोड को कारमन रेखा (Karman Line) से आगे ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • कारमन रेखा समुद्र तल से लगभग 100 कि.मी. की ऊंचाई पर मौजूद है। इसे पृथ्वी के वायुमंडल और बाह्य अंतरिक्ष के बीच की सीमा माना जाता है।

अंतरिक्ष पर्यटन क्या है?

  • अंतरिक्ष पर्यटन एक व्यावसायिक गतिविधि है। इसके तहत मनोरंजन, रोमांच आदि का अनुभव करने के उद्देश्य से लोगों को अंतरिक्ष में भेजा जाता है।

अंतरिक्ष पर्यटन के प्रकार:

  • उप-कक्षीय अंतरिक्ष यानः इसके तहत अंतरिक्ष यात्रियों को कारमन रेखा से ठीक थोड़ा आगे ले जाया जाता है।
  • > NS-25 मिशन भी एक उप-कक्षीय मिशन है।
  • कक्षीय अंतरिक्ष यान (Orbital spacecraft): इसके तहत अंतरिक्ष यानियों को कारमन रेखा से अधिक उचाई पर ले जाया जाता है।

अंतरिक्ष पर्यटन के लाभः

  • अंतरिक्ष पर्यटन के लिए एडवांस्ड अंतरिक्ष यान का निर्माण करना पड़ता है। इससे रोजगार पैदा करने, नवाचार को प्रोत्साहित करने और निवेश को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
  • उदाहरण के लिए- नासा (NASA) अंतरिक्ष क्षेत्रक में कार्य कर रहीं अन्य कंपनियों की मदद कर रहा है ताकि वे अंतरिक्ष अन्वेषण एवं जलवायु संबंधी अनुसंधान के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी विकसित कर सकें।
  • इससे अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
  • भारत द्वारा उठाए मौजूदा कदम, जो अंतरिक्ष पर्यटन के क्षेत्र में भारत को आगे बढ़ा सकते हैं|

अन्य तथ्य:

  • गगनयान मिशनः यह तीन दिवसीय मिशन है। इसमें अंतरिक्ष यात्त्रियों को 400 कि.मी. की ऊंचाई पर मौजूद कक्षा में भेजा जाएगा।
  • भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACE): यह निजी क्षेत्रक की भागीदारी को सुगम बनाता है।

भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारा

  • भारत के पहले अंतर-मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के सशक्तीकरण और संचालन के लिए सहयोग से संबंधित दोनों देशों के बीच अंतर- सरकारी रूपरेखा समझौते के तहत 15-17 मई तक बैठकें कीं
  • यह यात्रा, जो समझौते पर हस्ताक्षर होने के तीन महीने के भीतर हुई, दोनों सरकारों द्वारा IMEC परियोजना को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है।

भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे के बारे में:

  • भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) की घोषणा सितंबर 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली में भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब, इटली, फ्रांस, जर्मनी और यूरोपीय आयोग के नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद की गई थी।
  • आईएमईईसी में दो अलग-अलग गलियारे होंगे, पूर्वी गलियारा भारत को खाड़ी से जोड़ेगा तथा उत्तरी गलियारा खाड़ी को यूरोप से जोड़ेगा।
  • गलियारा मौजूदा समुद्री मार्गों के पूरक के लिए एक विश्वसनीय और लागत प्रभावी सीमा-पार जहाज-से-रेल पारगमन नेटवर्क प्रदान करेगा।
  • इसका उद्देश्य कार्यकुशलता बढ़ाना, लागत कम करना, क्षेत्रीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुरक्षित करना, व्यापार सुगमता में वृद्धि करना, आर्थिक सहयोग को बढ़ाना, रोजगार सृजन करना और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना है, जिसके परिणामस्वरूप एशिया, यूरोप और मध्य पूर्व (पश्चिम एशिया) का परिवर्तनकारी एकीकरण होगा।

चर्चा में मणिपुरी टट्टू

  • मणिपुर सरकार ने विभिन्न संगठनों और संघों के साथ मिलकर मैतेई सगोल (मणिपुरी टट्टू) को विलुप्त होने से बचाने का निर्णय लिया।
  • हाल ही में, मणिपुर हॉर्स राइडिंग और पोलो एसोसिएशन, मणिपुर घुड़सवारी एसोसिएशन, मणिपुरी पोनी सोसाइटी और राज्य पशु चिकित्सा और पशुपालन विभाग के अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक मेइतेई सागोल या मणिपुरी पोनी को बचाने के लिए इम्फाल में आयोजित की गई थी।
  • मणिपुरी पोनी एक अश्व (घोड़ा परिवार का सदस्य) नस्ल है, जो भारतीय राज्य मणिपुर की मूल निवासी है ।

संयुक्त बैठक के निर्णयों में निम्नलिखित बिंदु शामिल हैं:

  • जानवरों को अस्थायी रूप से समायोजित करने के लिएएक क्षेत्र का सीमांकन
  • टास्क फोर्स का गठन
  • टट्टू प्रबंधन के लिए बजट तैयार करना
  • टट्टुओं के चरागाहों और स्थायी आवासों का सर्वेक्षण करना
  • टट्टू पंजीकरण के लिए स्टड बुक को अंतिम रूप देना

मैतेई सगोल (मणिपुरी टट्टू) के बारे में:

  • यह आईसीएआर-राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो के तहत भारत की सात मान्यता प्राप्त घोड़े और टट्टू नस्लों में से एक है।
  • यह अपनी अद्वितीय सहनशक्ति, चपलता, बुद्धिमत्ता, गति, गतिशीलता और कठोर भू-जलवायु परिस्थितियों के प्रति महान अनुकूलनशीलता के लिए जाना जाता है।
  • मणिपुर राज्य सरकार ने सगोल कांगजेई को राज्य खेल घोषित किया है।
  • इसकी जनसंख्या तेजी से घट रही है - 17वीं पशुधन जनगणना (2003) में 1,898 जानवरों से 2019 में 1089हो गई है।
  • मणिपुर सरकार ने भी 2013 में मणिपुरी टट्टू को लुप्तप्राय नस्ल घोषित किया था

टोक्यो अटाकामा वेधशाला

  • हाल ही में टोक्यो विश्वविद्यालय की अटाकामा वेधशाला (TAO) का उद्घाटन किया गया है। यह अब विश्व की सबसे ऊँची खगोलीय वेधशाला (18,500 फीट की ऊँचाई) है, यहाँ तक कि प्रसिद्ध अटाकामा लार्ज मिलीमीटर एरे (Atacama Large Millimeter Array (ALMA) को भी पीछे छोड़ देती है, जिसकी ऊँचाई 16,570 फीट है।
  • हाल ही में टोक्यो विश्वविद्यालय की अटाकामा वेधशाला (TAO) का उद्घाटन किया गया है। यह अब विश्व की सबसे ऊँची खगोलीय वेधशाला (18,500 फीट की ऊँचाई) है, यहाँ तक कि प्रसिद्ध अटाकामा लार्ज मिलीमीटर एरे (Atacama Large Millimeter Array (ALMA) को भी पीछे छोड़ देती है, जिसकी ऊँचाई 16,570 फीट है।

टोक्यो अटाकामा वेधशाला क्या है?

  • परिचय: 6.5 मीटर ऑप्टिकल-इन्फ्रारेड क्षमता वाली TAO टेलीस्कोप, चिली के अटाकामा रेगिस्तान में माउंट चाजनंतोर पर 18,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है।
  • चाजनंतोर अटाकामा रेगिस्तान के पास एंडीज़ पर्वत में स्थित है।
  • अटाकामा रेगिस्तान अपनी उच्चावच, न्यून आर्द्रता और साफ आकाश के कारण खगोलीय अवलोकनों के लिये पृथ्वी पर सबसे उत्कृष्ट स्थानों में से एक है, जो ब्रह्मांड का अध्ययन करने के लिये उत्कृष्ट परिस्थितियाँ प्रदान करता है।
  • क्षेत्र की उच्चावच, विरल वातावरण और शुष्क मौसम, निकट-अवरक्त तरंगदैर्ध्य (Near-Infrared Wavelengths) के लगभग पूर्ण स्पेक्ट्रम को देखने के लिये आदर्श हैं।
  • अवरक्त विकिरण की तरंगदैर्ध्य दृश्य प्रकाश से अधिक लेकिन सूक्ष्मतरंगों (microwaves) से कम होती है।

भारत और विश्व भर में कुछ अन्य प्रमुख वेधशालाएँ कौन सी हैं?

  • वृहत मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप, पुणे (महाराष्ट्र)
  • कोडईकनाल सौर वेधशाला, कोडईकनाल (तमिलनाडु)
  • भारतीय खगोलीय वेधशाला (IAO), हानले (लद्दाख)

अन्य अंतर्राष्ट्रीय वेधशालाएँ (ऑब्ज़र्वेटरी):

  • मौना किआ ऑब्ज़र्वेटरी (हवाई, संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • किट पीक नेशनल ऑब्ज़र्वेटरी (एरिज़ोना, संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • माउंट विल्सन ऑब्ज़र्वेटरी (कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका)
  • स्क्वायर किलोमीटर एरे ऑब्ज़र्वेटरी (Square Kilometre Array Observatory- SKAO)

रूसी AK-203 असॉल्ट राइफल

  • हाल ही में रूस ने 27,000 रूसी AK-203 असॉल्ट राइफलों की पहली खेप भारतीय सेना को सौंप दी है।
  • जुलाई 2021 में भारत और रूस के बीच हस्ताक्षरित एक अनुबंध के तहत, रूस से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के साथ भारत में 6.1 लाख से अधिक AK-203 असॉल्ट राइफलों का निर्माण किया जाएगा।

अन्य तथ्य:

  • इस उद्देश्य के लिये वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश के कोरवा में संयुक्त उद्यम इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) की स्थापना की गई थी।
  • इसकी स्थापना भारत के तत्कालीन आयुध निर्माणी बोर्ड [वर्तमान में एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (AWEIL) तथा म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (MIL)] एवं रूस के रोसोबोरोनेक्सपोर्ट (RoE) तथा कलाश्निकोव कंपनी के बीच की गई थी।
  • भारत उत्तरोत्तर देश में ही AK-203 राइफलें बना रहा है, जिसका लक्ष्य केवल 2 वर्षों में 70% घरेलू उत्पादन तक पहुँचना है। वर्तमान में राइफल के लगभग 25% पुर्जे स्थानीय स्तर पर निर्मित होते हैं।
  • अनुमान है कि दो से तीन वर्षों में 100% स्थानीयकरण के साथ बड़े पैमाने पर राइफलों का उत्पादन किया जाएगा।
  • भारतीय सेना अधिक उन्नत हथियारों के पक्ष में INSAS (इंडियन नेशनल स्मॉल आर्म्स सिस्टम) राइफलों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर रही है।

नोबेल पुरस्कार विजेता ऐलिस मुनरो

  • हाल ही में साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेता एलिस मुनरो का निधन हो गया,जो अपने पीछे बारह से अधिक लघु कहानी संग्रहों की विरासत और अपने महत्त्वपूर्ण साहित्यिक योगदान के प्रमाण के रूप में वर्ष 2013 का नोबेल पुरस्कार छोड़ गईं
  • मुनरो ने वर्ष 2009 में मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार और दो बार कनाडा का सबसे प्रतिष्ठित (हाई-प्रोफाइल) साहित्यिक पुरस्कार गिलर पुरस्कार भी जीता।
  • लघु कथाएँ गढ़ने में अपने असाधारण कौशल के लिये उन्हें विश्व भर में पहचान मिली। मुनरो की कहानियाँ प्रेम, इच्छा, असंतोष, बढ़ती उम्र और नैतिक दुविधाओं सहित कई मानवीय अनुभवों से संबंधित थीं।

एलिस मुनरो के बारे में अन्य तथ्य:

  • साहित्य का नोबेल पुरस्कार 2013
  • जन्म: 10 जुलाई 1931, विंगहैम, कनाडा
  • मृत्यु: 13 मई 2024, पोर्ट होप, कनाडा
  • पुरस्कार के समय निवास: कनाडा
  • पुरस्कार प्रेरणा: "समकालीन लघु कहानी के मास्टर"
  • भाषा: अंग्रेजी

21 मई को मनाया गया राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस

  • प्रत्येक वर्ष 21 मई को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है | 

अन्य तथ्य:

  • भारत में, 21 मई 1991 को एक चुनाव अभियान के दौरान लिबरेशन टाइगर ऑफ तमिल एलम (एलटीटीई) के आत्मघाती हमलावर कलैवानी राजरत्नम उर्फ धनु द्वारा पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी की श्रीपेरुम्बुदूर, चेन्नई के पास एक गाँव में हुई हत्या को चिह्नित करने के लिए 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया जाता है।
  • आतंकवाद विरोधी दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को आतंकवाद और हिंसा से दूर रखना है। इस अवसर पर स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में आतंकवाद और हिंसा के खतरों पर बहस, चर्चा, संगोष्ठी, सेमिनार, व्याख्यान आदि आयोजित किए जाते हैं।
  • नोट: पहला आतंकवाद विरोधी दिवस 21 मई 1992 को मनाया गया था।

वियतनाम के टॉप पुलिस कॉप टू लैम होंगे देश के नए राष्ट्रपति

  • वियतनाम के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी टू लैम देश के नए राष्ट्रपति होंगे।
  • टू लैम ने शीर्ष सुरक्षा अधिकारी के पद पर रहते हुए अनेक पुलिस और खुफिया अभियानों का संचालन किया है।
  • सिंगापुर के आईएसईएएस-यूसुफ इशाक इंस्टीट्यूट में विश्लेषक गुयेन हैक गियांग ने कहा कि वियतनाम का राष्ट्रपति पद काफी हद तक औपचारिक है लेकिन राष्ट्राध्यक्ष के रूप में नयी भूमिका लैम को कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव बनने के लिए 'बहुत मजबूत स्थिति' में रखती है। यह देश में सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक पद है। (एजेंसी)

55 वर्षीय ज्योति रात्रे माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली बनी सबसे उम्रदराज भारतीय महिला

  • 19 मई को भोपाल की ज्योति रात्रे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे उम्रदराज भारतीय महिला बनीं।
  • 55 वर्षीय ज्योति ने दूसरे प्रयास में 8848.86 मीटर की ऊंचाई पर जाकर नया रिकॉर्ड कायम किया।
  • इससे पहले 2023 में खराब मौसम की वजह से उन्हें 8160 मीटर की ऊंचाई से वापस लौटना पड़ा था।
  • वह बोलीविया के पर्वतारोही डेविड ह्यूगो अयाविरी क्विस्पे के नेतृत्व में 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा रहीं।
  • ज्योति एल्ब्रस, किलिमंजारो, आइलैंड पीक और कोसियुज्को समेत कई चोटियों पर भी चढ़ाई कर चुकी हैं।
  • ज्योति ने 53 वर्षीय संगीता बहल का 6 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है।
  • संगीता बहल ने 19 मई 2018 में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली भारत की सबसे उम्रदराज महिला का खिताब हासिल किया था।

संजीव पुरी वर्ष 2024-25 के लिए भारतीय उद्योग परिसंघ के अध्यक्ष पद पर हुए निर्वाचित

  • आईटीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, संजीव पुरी को 2024-25 के लिए भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है।
  • संजीव पुरी सीआईआई के अध्यक्ष के रूप में टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस के अध्यक्ष आर दिनेश की जगह लेंगे।

अन्य तथ्य:

  • राजीव मेमानी को नए मनोनीत अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, और आर मुकुंदन को 2024-25 के लिए सीआईआई के नए उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया है।

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के बारे में:

  • भारतीय उद्योग परिसंघ की उत्पत्ति 1895 में बंगाल में इंजीनियरिंग और आयरन ट्रेड्स एसोसिएशन की स्थापना से मानी जाती है। इसके नाम में कई बदलावों के बाद, 1986 में इसका नाम बदलकर कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंजीनियरिंग इंडस्ट्री कर दिया गया।
  • 1992 में इसने अपना वर्तमान नाम, भारतीय उद्योग परिसंघ रखा गया ।
  • मुख्यालय: नई दिल्ली.

अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस

  • अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस (आईडीबी) प्रत्येक वर्ष 22 मई को मनाया जाता है।
  • 2024 अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस की विषय: 'योजना का हिस्सा बनें' है।
  • जैवविविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर वैश्विक मूल्यांकन रिपोर्ट लगभग दस लाख प्रजातियों के विलुप्त होने के जोखिम पर प्रकाश डालती है।

अन्य तथ्य:

  • वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly- UNGA) ने जैवविविधता के मुद्दों परसमझ और जागरूकता बढ़ाने हेतु 22 मई को अंतर्राष्ट्रीय जैवविविधता दिवस (IDB) के रूप में घोषित किया।
  • वर्ष 2011-2020 की अवधि को UNGA द्वारा संयुक्त राष्ट्र (United Nations-UN) के जैवविविधता दशक के रूप में घोषित किया गया ताकि जैवविविधता पर एक रणनीतिक योजना के कार्यान्वयन को बढ़ावादिया जा सके, साथ ही प्रकृति के साथ सद्भाव से रहने के समग्र दृष्टि को बढ़ावा दिया जा सके।
  • वर्ष 2021-2030 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा सतत् विकास हेतु महासागर विज्ञान दशक' (Decade of Ocean Science for Sustainable Development) और पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली पर संयुक्त राष्ट्र दशक (UN Decade on Ecosystem Restoration) के रूप में घोषित किया गया।

नोट: वर्ष 2023 की थीम "समझौते से कार्रवाई तक: जैवविविधता का पुनर्निर्माण (From Agreement to Action: Build Back Biodiversity)"है, जो प्रतिबद्धताओं से परे और जैवविविधता को पुनर्स्थापित करने एवं सुरक्षा के उद्देश्य से महत्त्वपूर्ण कार्यों में परिवर्तित करने हेतु दबाव की आवश्यकता को दर्शाता है।