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25 September Current Affairs

Updated : 19th Oct 2023
25 September Current Affairs

25 सितंबर समसामयिकी

  1.  अंतरराष्ट्रीय अधिवक्ता सम्मेलन 2023

  • भारतीय अधिवक्ता परिषद द्वारा 23-24 सितंबर, 2023 को नई दिल्ली में ‘न्याय वितरण प्रणाली में उभरती चुनौतियां’ नामक विषय पर अंतरराष्ट्रीय अधिवक्ता सम्मेलन 2023 का आयोजन किया गया। 

  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

अन्य तथ्य-

  • सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न कानूनी विषयों पर सार्थक संवाद और चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करना है।

  • सम्मेलन में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर विचार तथा अनुभवों का आदान-प्रदान किया गया।

  • कानूनी विषयों पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समझ को इस सम्मेलन में मजबूत किया गया।

  • देश में पहली बार आयोजित इस सम्मेलन में उभरते कानूनी प्रचलन, सीमा पार मुकदमेबाजी में चुनौतियां, कानूनी प्रौद्योगिकी, पर्यावरणीय कानून आदि विषयों पर चर्चा की गई।

  • कार्यक्रम में प्रतिष्ठित न्यायाधीशों, कानूनी पेशेवरों और वैश्विक कानूनी पृष्ठभूमि के नेताओं ने भाग लिया।



  1.  इटली के पूर्व राष्ट्रपति जियोर्जियो नेपोलिटानो का निधन

  • पूर्व कम्युनिस्ट नेता और 2006-2015 तक इटली के राष्ट्रपति रहे 98 वर्षीय जियोर्जियो नेपोलिटानो का 22 सितंबर 2023 को रोम में निधन हो गया। 

  • जियोर्जियो नेपोलिटानो, इटली के 2 बार राष्ट्रपति चुने जाने वाले पहले व्यक्ति हैं। वह इटली के 11वें राष्ट्रपति थे।

अन्य तथ्य:

  • जियोर्जियो इटली के राष्ट्रपति पद तक पहुंचने वाले पहले कम्युनिस्ट नेता भी हैं।

  • राष्ट्रपति के रूप में एक दशक से भी कम समय के दौरान जियोर्जियो ने 5 अलग-अलग प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया।

  • इतालवी राजनीति में नेपोलिटानो को उनके असाधारण योगदान के लिए 2005 में पूर्व राष्ट्रपति कार्लो एज़ेग्लियो सिआम्पी द्वारा आजीवन सीनेटर नियुक्त किया गया था।

  • परंपरागत रूप से, इतालवी राष्ट्रपति पद एक प्रतीकात्मक और गैर-कार्यकारी कार्यालय रहा है।

  • नेपोलिटानो का दृष्टिकोण देश की स्थिरता और प्रगति सुनिश्चित करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।





  1. ग्रेटर नोएडा में ‘मोटो जीपी भारत-2023’ का आयोजन


  • बाइक रेसिंग चैंपियनशिप ‘मोटोजीपी (MotoGP) भारत-2023’ (MotoGP)का आयोजन ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में 22-24 सितंबर, 2023 को किया गया।

  • उल्लेखनीय है कि मोटोजीपी का आयोजन देश में पहली बार किया गया है।

  • मोटोजीपी में विश्व की 41 टीमों और 82 राइडर्स ने भाग लिया।

  • इस चैंपियनशिप का नाम पहले इंडियन ग्रां प्री. (Indian Grand Prix) था, जिसे बदलकर मोटोजीपी भारत 2023 कर दिया गया।

  • 5.01 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर MotoGP की 120.24 किलोमीटर की रेस हुई।

  • Moto GP की एक रेस करीब 100 से 130 किलोमीटर की होती है, जो लगभग 45 मिनट तक चलती है।

  • MotoGP Bharat-2023 के विजेता:

श्रेणी

राइडर

टीम

मोटो 1

मार्को बेज़ेची (इटली)

मूनी वीआर46 रेसिंग टीम

मोटो 2

जॉर्ज मार्टिन (स्पेन)

प्रेमैक रेसिंग टीम

मोटो 3

फैबियो क्वार्टारो (फ्रांस)

मांन्स्टर एनर्जी यामहा

  1.  मछली की नई प्रजाति की खोज

  • हाल ही में भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ZSI) के वैज्ञानिकों ने पश्चिम बंगाल के दीघा मोहना से गहरे पानी में चमकीले नारंगी रंग की समुद्री मछली की एक नई प्रजाति की खोज की है।

खोजी गई मछली की प्रजाति के बारे में :

  • यह नई प्रजाति, जिसे आमतौर पर गर्नार्ड्स या सी-रॉबिन्स के नाम से जाना जाता है, ट्राइग्लिडे परिवार से संबंधित है।

  • मछली का नाम प्टेरीगोट्रिग्ला इंटरमेडिका (Pterygotrigla Intermedica) है, इसके लक्षण Pterygotrigla hemistictus जैसी प्रजाति से काफी मिलते-जुलते हैं। विश्व भर में ट्राइग्लिडे परिवार की कुल 178 प्रजातियाँ मौजूद हैं।

  • आतंरिक सतह पर काली झिल्लियों वाला एक विशिष्ट पेक्टोरल-फिन, पिछला सफेद किनारा और फिन के मध्य भाग में तीन छोटे सफेद धब्बे इसे औरों से अलग बनाते हैं।

भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (ZSI):

  • यह पर्यावरण और वन मंत्रालय का एक अधीनस्थ संगठन है, इसे वर्ष 1916 में स्थापित किया गया था।

  • यह देश की असाधारण समृद्ध जीव विविधता पर ज्ञान की उन्नति हेतु अग्रणी संसाधनों के सर्वेक्षण और अन्वेषण के लिये एक राष्ट्रीय केंद्र है।

  • इसका मुख्यालय कोलकाता में और 16 क्षेत्रीय स्टेशन देश के विभिन्न भौगोलिक स्थानों पर स्थित हैं।

  1.  चर्चा में मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान

  • हाल ही में वन विभाग तमिलनाडु के मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान और आसपास के वन क्षेत्रों में तलाशी अभियान चला रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोगों एवं शिकारियों की कोई अवैध आवाजाही न हो।

मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान के बारे में:

  • यह तमिलनाडु राज्य में नीलगिरी पठार के पश्चिमी कोने में स्थित है ।

  • यह पार्क नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का एक हिस्सा है । यह मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान और साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान के बीच स्थित है ।

  • इस क्षेत्र को 1982 में एक वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था और 1990 में इसे राष्ट्रीय उद्यान में बदल दिया गया था।

  • इसकी स्थापना इसकी मुख्य प्रजाति - नीलगिरि तहर - के संरक्षण के मुख्य उद्देश्य से की गई थी।

  • यह एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है,तथा इसे पहले नीलगिरि तहर राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता था।

  • यह मुकुर्थी चोटी (2,554 मीटर ) का भी घर है, जो नीलगिरि पहाड़ियों की चौथी सबसे ऊंची चोटी है।

  • नदियाँ : पायकारा और कुंडाह नदियाँ कई बारहमासी नदियों के साथ पार्क से होकर बहती हैं जो पार्क से निकलती हैं और भवानी पूझा में गिरती हैं।

वनस्पति :

  • रिज़र्व का अधिकांश परिदृश्य झाड़ियों और पहाड़ी घास के मैदानों से ढका हुआ है।

  • राष्ट्रीय उद्यान के वे क्षेत्र जो ऊंचाई पर हैं और उच्च वर्षा का अनुभव करते हैं, शोलों और हरे-भरे उष्णकटिबंधीय घास के मैदानों से आच्छादित हैं।

  • शोलों के किनारे गॉल्थेरिया फ्रेगमेंटिसिमा, हेलिक्रिसम और बर्बेरिस टिनक्टोरिया जैसी झाड़ियाँ पाई जाती हैं।

  • अन्य पौधे जो यहां देखे जा सकते हैं वे हैं रोडोडेंड्रोन, दालचीनी, महोनिया, सत्यरियम , रास्पबेरी आदि।

  • जीव-जंतु : पार्क में नीलगिरि तहर, भारतीय हाथी, नीलगिरि लंगूर , बंगाल टाइगर और बोनट मकाक जैसी कुछ लुप्तप्राय जंगली प्रजातियाँ हैं।




  1. भारत का पहला लाइटहाउस महोत्सव आयोजित किया गया

  • हाल ही में केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय, जो देश भर में प्रकाशस्तंभों (lighthouses) की देख-रेख करता है, ने 75 प्रकाशस्तंभों को संपन्न पर्यटन स्थलों में बदलने की एक भव्य योजना का अनावरण किया है।

यह दूरदर्शी पहल लाइटहाउस हेरिटेज टूरिज्म योजना का हिस्सा है और 23 से 25 सितंबर तक गोवा में होने वाले भारत के उद्घाटन लाइटहाउस फेस्टिवल का प्रतीक है।








  1. काओबल गली-मुश्कोह घाटी

  • हाल ही में उत्तरी कश्मीर में स्थित गुरेज़ घाटी के भीतर ऊंचाई पर मौजूद दरों को अब मुश्कोह घाटी से जोड़ दिया गया है।

गुरेज़ घाटी:

  • गुरेज घाटी उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास समुद्र तल से लगभग 2,400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

  • इसमें विविध वन्य जीवन हैं, जिनमें आइबेक्स, कस्तूरी मृग, मर्मोट्स, हिमालयी भूरे भालू और हिम तेंदुए शामिल हैं।

  • किशनगंगा नदी इस घाटी से होकर बहती है।

  • गुरेज़ अपने अनूठे लॉग हाउसों के लिए जाना जाता है, जो शहरी कंक्रीट सामग्री से रहित हैं, जो इसे कश्मीर में अन्य बस्तियों से अलग बनाते हैं।

मुश्कोह घाटी:

  • यह द्रास (लद्दाख) में स्थित है और इसे जंगली ट्यूलिप की घाटी के रूप में भी जाना जाता है।

  • फूलों के घास के मैदानों से सजी मुश्कोह घाटी तब खबरों में थी जब टाइगर हिल में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों के सैकड़ों सैनिक मारे गए थे।

  • मुश्कोह के घास के मैदानों में जंगली ट्यूलिप के फूल उगते हैं 





  1. चर्चा में वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिज़र्व

  • हाल ही में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) ने वीरांगना दुर्गावती रिज़र्व को टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित किया है।

वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिज़र्व के बारे में-

  • यह मध्य प्रदेश का 7वां और देश का 54वां टाइगर रिज़र्व है। 

  • अवस्थिति: यह रिजर्व भोपाल से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित है। यह रिज़र्व राज्य के तीन जिलों नरसिंहपुर सागर और दमोह में विस्तृत है। 

  • रिज़र्व में शामिल क्षेत्रः नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य और दुर्गावती वन्यजीव अभयारण्य । 

  • इस टाइगर रिजर्व के कुछ हिस्से नर्मदा और यमुना नदी बेसिन के अंतर्गत आते हैं।

मध्य प्रदेश में टाइगर रिजर्व के बारे में-

  • मध्य प्रदेश में वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिज़र्व को लेकर सात बाघ अभयारण्य हैं। 

कान्हा टाइगर रिजर्व:

  • कान्हा टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश का पहला टाइगर रिजर्व है।

  • कान्हा राष्ट्रीय उद्यान को 1973 में बाघ अभयारण्य घोषित किया गया था।

  • यह सतपुड़ा की "मैकाल" श्रृंखला में स्थित है।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व:

  • बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान को 1993 में बाघ परियोजना में शामिल किया गया था।

  • बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य क्षेत्र मध्य प्रदेश के उमरिया और कटनी जिलों में फैला हुआ है।

पेंच टाइगर रिजर्व:

  • पेंच बाघ अभ्यारण्य को 1992 में प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया था।

  • टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1180 वर्ग किलोमीटर है। मुख्य क्षेत्रफल 411 वर्ग किलोमीटर है।

पन्ना टाइगर रिजर्व:

  • पन्ना बाघ अभयारण्य मध्य प्रदेश के पन्ना, छतरपुर और दमोह जिलों में फैला हुआ है। 

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व:

  • सतपुड़ा टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित है 

संजय डुबरी टाइगर रिजर्व:

  • बाघ अभयारण्य सीधी और सिंगरौली जिलों में फैला हुआ है।

  • बाघ अभ्यारण्य में संजय राष्ट्रीय उद्यान और दुबरी वन्यजीव अभयारण्य का क्षेत्र शामिल है।

  • कई बारहमासी नदियाँ संजय डुबरी बाघ अभयारण्य से होकर गुजरती हैं। कुछ नदियाँ महान, गोपद, बनास, मवई, कोडमार, उमरारी आदि हैं।