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26 September Current Affairs

Updated : 19th Oct 2023
26 September Current Affairs

26 सितंबर समसामयिकी

  1. प्रसिद्ध अभिनेत्री वहीदा रहमान को दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार

  • केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने घोषणा की कि प्रसिद्ध अभिनेत्री वहीदा रहमान को वर्ष 2021 के लिए 53वें दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

  • इससे पहले रजनीकांत (2019) और अमिताभ बच्चन (2018) को यह पुरस्कार मिल चुका है।

अन्य तथ्य:

  • भारतीय सिनेमा जगत का यह सर्वोच्च सम्मान वहीदा रहमान को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा।

  • वहीदा रहमान ने वर्ष 1971 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।

  • वर्ष 1972 में वहीदा को भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया, वर्ष 2011 में उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार भी प्रदान किया गया।

  • वहीदा रहमान को फिल्म गाइड (1965) और नील कमल (1968) में अपनी भूमिकाओं के लिए फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार प्रदान किया गया है।

दादा साहब फाल्के पुरस्कार के बारे में-

  • इस पुरस्कार का नाम धुंडीराज गोविंद फाल्के के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने वर्ष 1913 में भारत की पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र प्रस्तुत की थी।

  • यह "भारतीय सिनेमा की वृद्धि और विकास में उत्कृष्ट योगदान" के लिये दिया जाता है।

पृष्ठभूमि:

  • इस पुरस्कार की स्थापना सरकार द्वारा वर्ष 1969 में की गई थी। इस पुरस्कार के तहत एक 'स्वर्ण कमल', 10 लाख रुपए का नकद, एक प्रमाण पत्र, रेशम की एक पट्टिका और एक शॉल दिया जाता है।

  • वर्ष 1969 में देविका रानी रोरिक को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

धुंडीराज गोविंद ‘दादासाहेब' फाल्के के बारे में :

  • उनका जन्म वर्ष 1870 में महाराष्ट्र के त्र्यंबक में हुआ था। उन्होंने इंजीनियरिंग और मूर्तिकला का अध्ययन किया।

  • वर्ष 1913 में,फाल्के ने भारत की पहली फीचर फिल्म (मूक) राजा हरिश्चंद्र की पटकथा लिखी, उसे निर्मित और निर्देशित किया। 

  • अपनी व्यावसायिक सफलता के परिणामस्वरूप फाल्के ने अगले 19 वर्षों में 95 अन्य फीचर फिल्मों के निर्माण के साथ ही 26 लघु फिल्में बनाईं।

  • उन्हें "भारतीय सिनेमा के जनक" (Father of Indian Cinema) के रूप में जाना जाता है।








  1. भारत में जलवायु निवेश के लिए वित्तीय संसाधनों पर रिपोर्ट जारी

  • अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम ने भारत में जलवायु निवेश के लिए वित्तीय संसाधनों पर एक रिपोर्ट जारी की।

अन्य तथ्य:

  • भारत ने जलवायु कार्रवाइयों में उल्लेखनीय प्रगति की है, जिससे 2030 से पहले राष्ट्रीय निर्धारित योगदान को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।

  • भारत नवीकरणीय ऊर्जा की कुल संस्थापित क्षमता के मामले में विश्व में चौथे स्थान पर है।

  • भारतीय रिजर्व बैंक ने 2015 में प्राथमिकता क्षेत्र में ऋण संबंधी योजना में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को शामिल किया।

  • हरित बॉन्ड जारी किये जाने के बाद भारत ने उभरती अर्थव्यवस्थाओं में दूसरे सबसे बड़े हरित बॉन्ड विकसित किये हैं।

  • निजी कम्पनियों और सार्वजनिक कम्पनियों द्वारा 10 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य के ग्रीन बॉन्ड जारी किये गये हैं।

  • रिपोर्ट में 26वें अंतरराष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में भारत की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंचामृत प्रतिबद्धताओं का भी उल्लेख किया गया है।



  1. भारत की पहली ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन बस का शुभारंभ

  • पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नई दिल्ली में इंडिया गेट से देश की पहली हाइड्रोजन ईंधन बस को हरी झंडी दिखाई।

अन्य तथ्य:

  • ये बसें 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन तक पहुंचने के भारत के लक्ष्य की दिशा में एक सकारात्मक कदम हैं।

  • इंडियन ऑयल ने दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाली 15 बसों के परिचालन परीक्षण की शुरुआत करने की पहल की है।

  • इस नई तकनीक के प्रदर्शन और स्थायित्व के मूल्यांकन के लिए सभी बसें 3 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी।

हाइड्रोजन फ्यूल के बारे में:

  • ईंधन सेल बस को बिजली देने के लिए बिजली उत्पन्न करने के लिए हाइड्रोजन और वायु का उपयोग करता है और बस से निकलने वाला एकमात्र अपशिष्ट पानी है।

  • यह पारंपरिक बसों जो पेट्रोल और डीजल से चलती हैं उनके मुकाबले पर्यावरण के काफी अनुकूल है।

  • हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन माना जाता है, जिसमें भारत के डीकार्बोनाइजेशन के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करने की अपार क्षमता है।

  • 2050 तक हाइड्रोजन की वैश्विक मांग 4 से 7 गुना बढ़कर 500-800 मिलियन टन होने की संभावना है।



  1. प्रधानमंत्री ने नौ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ किया

  • भारतीय प्रधान मंत्री ने नौ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का उद्घाटन किया, जिससे 11 राज्यों में धार्मिक और पर्यटन स्थलों के बीच महत्वपूर्ण रेल संपर्क स्थापित होंगे ।

  • एक आभासी संबोधन में, पीएम मोदी ने राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात सहित 11 राज्यों को जोड़ने वाली नौ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत की । 

 वंदे भारत एक्सप्रेस के बारे में-

  • प्रथम वंदे भारत ट्रेन का निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF), चेन्नई द्वारा 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के हिस्से के रूप में लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से किया गया था। 

  • यह स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और निर्मित सेमी हाई स्पीड, स्व-चालित ट्रेन है जिसे गति और यात्री सुविधा के मामले में राजधानी ट्रेनों की शुरुआत के बाद भारतीय रेलवे के अगले कदम के रूप में देखा जाता है।

मेक इन इंडिया के बारे में: 

  • वर्ष 2014 में लॉन्च किये गए मेक इन इंडिया का मुख्य उद्देश्य देश को एक अग्रणी वैश्विक विनिर्माण और निवेश गंतव्य में बदलना है।

  • इसका नेतृत्त्व उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (Department for Promotion of Industry and Internal Trade- DPIIT), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है।

  • यह पहल दुनिया भर के संभावित निवेशकों और भागीदारों को 'न्यू इंडिया' की विकास गाथा में भाग लेने हेतु एक खुला निमंत्रण है।

  • मेक इन इंडिया ने 27 क्षेत्रों में पर्याप्त उपलब्धियाँ हासिल की हैं। इनमें विनिर्माण और सेवाओं के रणनीतिक क्षेत्र भी शामिल हैं।



  1. भारतीय वायु सेना ने औपचारिक रूप से पहला C-295 परिवहन विमान शामिल किया

  • उत्तर प्रदेश के हिंडन वायु सेना स्टेशन पर एक औपचारिक समारोह में, भारतीय वायु सेना (IAF) ने स्पेन के सेविले में एयरबस सुविधा से डिलीवरी के बाद, आधिकारिक तौर पर अपना पहला C-295 परिवहन विमान शामिल किया।

अन्य तथ्य:

  • मध्यम लिफ्ट सामरिक विमान, बिना तैयार लैंडिंग ग्राउंड से संचालन करने में सक्षम, एचएस-748 एवरो विमान की जगह लेगा।

  • भारत ने IAF के पुराने एवरो बेड़े को बदलने के लिए सितंबर 2021 में 56 एयरबस C295 विमानों के अधिग्रहण को औपचारिक रूप दिया, जिसकी कुल लागत 21,935 करोड़ रुपये थी।

  • पहला भारत-निर्मित C295 सितंबर 2026 में लॉन्च होने की उम्मीद है, और IAF को इसकी अंतिम डिलीवरी अगस्त 2031 में होनी है।

  • 'मेक इन इंडिया' एयरोस्पेस : C295 विमान का उत्पादन निजी क्षेत्र में भारत के पहले 'मेक इन इंडिया' एयरोस्पेस कार्यक्रम के तहत किया जाएगा, जो सैन्य विमान निर्माण में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के लंबे समय से चले आ रहे एकाधिकार को खतम कर देगा।



  1. आदि शंकराचार्य की प्रतिमा

  • हाल ही में मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर श्रद्धेय हिंदू संत आदि शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची भव्य प्रतिमा का अनावरण किया गया है।

आदि शंकराचार्य के बारे में :

  • वह आदि शंकर (788-820 ई.पू.) के नाम से जाने जाते हैं और उनका जन्म केरल के कोच्चि के पास कलाडी में हुआ था।

  • ऐसा कहा जाता है कि वह एक युवा भिक्षु के रूप में ओंकारेश्वर पहुँचे थे, जहाँ उनकी भेंट अपने गुरु गोविंद भगवद्पाद से हुई थी।

  • वह चार वर्षों तक इस पवित्र शहर में रहे और शिक्षा प्राप्त की।

  • उन्होनें अद्वैत वेदांत दर्शन की शिक्षाओं का प्रसार किया एवं लोगों तक इसके सिद्धांतों को पहुँचाया।

  • उन्होनें अद्वैत सिद्धांत (अद्वैतवाद) का प्रतिपादन किया और वैदिक सिद्धांत (उपनिषद, ब्रह्म सूत्र तथा भगवद गीता) पर संस्कृत में कई टिप्पणियाँ लिखीं।

  • वह बौद्ध दार्शनिकों के विरोधी थे।

  • वह शिव भक्त थे I

  • उन्होंने 33 वर्ष की आयु में केदार तीर्थ पर समाधि ली।

अन्य मूर्तियाँ:

  • इससे पहले भारत के प्रधान मंत्री (PM) ने 11वीं सदी के भक्ति संत श्री रामानुजाचार्य की 1,000वीं जयंती पर उनकी स्मृति में हैदराबाद के बाहरी क्षेत्र में स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी का उद्घाटन किया था।

  • तथा वर्ष 2022 में नादप्रभु केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊँची प्रतिमा का अनावरण बंगलूरू हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का उद्घाटन किया, जिसका नाम 16वीं शताब्दी के प्रमुख व्यक्तित्त्व के नाम पर रखा गया है जिन्हें इस शहर की स्थापना करने का श्रेय दिया जाता है।

  • वर्ष 2018 में PM ने पूर्व उप प्रधान मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में गुजरात के केवडिया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन किया

  • स्टैच्यू ऑफ बिलीफ जो राजस्थान के नाथद्वारा शहर में स्थित 112 मी. (369 फुट) ऊँची 'स्टैच्यू ऑफ बिलीफ (विश्वास स्वरूपम्) भगवान शिव की प्रतिमा है।

  • स्टैच्यू ऑफ नॉलेज महाराष्ट्र के लातूर में स्थापित 70 फुट ऊँची 'स्टैच्यू ऑफ नॉलेज' डॉ. बी. आर. अंबेडकर की प्रतिमा है ।



  1. नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार

  • हाल ही में भारतीय वैज्ञानिक डॉ. स्वाति नायक को नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार के लिए नामित किया गया है ।

अन्य तथ्य:

  • अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (IRRI) में कार्यरत भारतीय वैज्ञानिक डॉ. स्वाति नायक को विश्व खाद्य पुरस्कार फाउंडेशन द्वारा फील्ड अनुसंधान और अनुप्रयोग के लिए वर्ष 2023 का नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

  • डॉ. स्वाति नायक को जलवायु-लचीला और पौष्टिक चावल की किस्मों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, मांग-संचालित चावल बीज प्रणालियों में छोटे किसानों को शामिल करने में उनके अभिनव काम के लिए जाना जाता है।

  • वह नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में बीज प्रणाली और उत्पाद प्रबंधन की दक्षिण एशिया प्रमुख हैं।

नॉर्मन ई. बोरलॉग पुरस्कार के बारे में:

  • यह पुरस्कार हरित क्रांति के मुख्य वास्तुकार नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. नॉर्मन बोरलॉग की स्मृति में दिया जाता है ।

  • यह पुरस्कार खाद्य एवं पोषण सुरक्षा और भूख उन्मूलन में योगदान देने वाले 40 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिकों को दिया जाता है।

  • विश्व खाद्य पुरस्कार (जनरल फूड्स कॉरपोरेशन द्वारा प्रायोजित) की शुरुआत वर्ष 1986 में की गई थी।

  • इसे खाद्य और कृषि के लिये नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize for Food and Agriculture) के रूप में भी जाना जाता है।

  • भारत के हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन 1987 में इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता थे।