प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने झारखंड के हजारीबाग में 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर, उन्होंने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया, जिसके अंतर्गत आदिवासी समुदायों के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं शामिल हैं।
प्रमुख घोषणाएं और परियोजनाएं:
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ईएमआरएस का उद्घाटन:
- 40 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) का उद्घाटन किया गया।
- 25 नए ईएमआरएस की आधारशिला रखी गई, जिनकी कुल लागत 2,800 करोड़ रुपये से अधिक है।
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प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन):
- इस योजना के तहत 1,360 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया।
- इसमें 1380 किलोमीटर सड़कें, 120 आंगनवाड़ी केंद्र, 250 बहुउद्देश्यीय केंद्र और 10 स्कूल छात्रावास शामिल हैं।
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धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान:
- लगभग 63,000 आदिवासी बहुल गांवों के विकास के लिए 80,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की गईं।
- यह अभियान 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 549 जिलों और 2,740 ब्लॉकों में 5 करोड़ से अधिक आदिवासी लोगों को लाभान्वित करेगा।
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आदिवासी कल्याण पर जोर:
- प्रधानमंत्री ने आदिवासी कल्याण के लिए महात्मा गांधी जी की दूरदृष्टि और विचारों को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि आदिवासी समुदायों के उत्थान पर वर्तमान सरकार अधिकतम ध्यान दे रही है।
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बुनियादी ढांचे का विकास:
- झारखंड में 950 से अधिक अति पिछड़े गांवों में हर घर तक पानी पहुंचाने का काम पूरा हुआ है।
- 35 वनधन विकास केंद्रों को मंजूरी दी गई है।
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शिक्षा का महत्व:
- प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि आदिवासी युवाओं को शिक्षा और अवसर मिलना आवश्यक है, जिसके लिए एकलव्य आवासीय विद्यालयों का निर्माण किया जा रहा है।
- ईएमआरएस को सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस करने और उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य है।