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Uttar Pradesh Agriculture and Climate

Updated : 4th Jul 2023
Uttar Pradesh Agriculture and Climate

UPPCS Mains कृषि संबंधित टॉपिक्स:

  • उत्तर प्रदेश की कृषि एवं सामाजिक वानिकी।
  • उत्तर प्रदेश में कृषि का व्यावसायीकरण एवं कृषि फसलों का उत्पादन।
  • उत्तर प्रदेश में कृषि विविधता, कृषि की समस्याएँ एवं उनका समाधान।
  • उत्तर प्रदेश में मत्स्य, अंगूर, रेशम, फूल, बागवानी एवं पौध उत्पादन तथा उत्तर प्रदेश के विकास में इनका प्रभाव।

 

उत्तर प्रदेश कृषि एवं पशुपालन की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है क्यों कि यहाँ की भौगोलिक संरचना कृषि एवं पशुपालन के अनुकूल है I उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है तथा लगभग 65% जनसंख्या कृषि पर आधारित है I कृषि गणना वर्ष 2010-11 के अनुसार उत्तर प्रदेश में लगभग 233.25 लाख कृषक हैं I

उत्तर प्रदेश में विस्तृत भूभाग (क्षेत्रफल 241.70 लाख हेक्टेअर ) होने के बावजूद लगभग 165.62 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में ही खेती होती है । यहाँ सकल सिंचित क्षेत्रफल 196.12 लाख हेक्टेअर है तथा शुद्ध सिंचित क्षेत्रफल 134-35 लाख हेक्टेअर है। जो कुल शुद्ध बोए गए क्षेत्र का 77.36 प्रतिशत है। उत्तर प्रदेश की फसल सघनता राष्ट्रीय स्तर 131.5 % की तुलना मे अधिक (प्रदेश की फसल सघनता 148.25 प्रतिशत) है।

कृषि के बहुमुखी विकास हेतु प्रदेश में ₹ 30 करोड़ की धनराशि से एक कृषि विकास निधि की स्थापना की गई है जिसमें ₹30 करोड़ राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद द्वारा अंशदान के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा।

 

उत्तर प्रदेश के कृषि का परिचय:

 

शुद्ध बुवाई क्षेत्र:

  • राज्य में छोटे और सीमांत कृषक परिवारों की संख्या 92.5% है, जिनमें 79.5% सीमांत कृषक परिवार तथा 13.0% लघु कृषक परिवार हैं। सीमांत परिवारों के 79.5% में से 73.2% की जोत 0.5 हेक्टेयर से कम है और उनकी औसत जोत 0.27 हेक्टेयर है।
  • राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र में 5.1 प्रतिशत की वृद्धि दर प्राप्त करने तथा राज्य में कृषि की स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से “उत्तर प्रदेश कृषि नीति 2013” तैयार की है।

खेती का प्रकार

  1. एकीकृत कृषि प्रणाली:- एकीकृत कृषि प्रणाली का तात्पर्य कृषि की उस प्रणाली से है जिसमें कृषि के विभन्न घटक जैसे- फसल उत्पादन मवेसी पालन, फल तथा सब्जी उत्पादन,मधुमाखी पालन, वानिकी इत्यादि को समेकित कर लाभ लेने की पद्धति को एकीकृत कृषि प्रणाली कहते हैं I
  2. अन्तः फ़सली कृषि (Inter croping ): एक ही क्षेत्र में दो या दो से अधिक फसलों को अलग-अलग कतारों में एक साथ,एक ही समय में लेना अन्तः फ़सली कृषि कहलाता है I
  3. मिश्रित खेती (Mixed farming ) फसलों के उत्पादन के साथ पशुपालन उद्योग को बढ़ावा देना मिश्रित खेती कहलाता है ,इससे किसानों की आय बढ़ती है और जोखिम कम होता है I
  4. जैविक कृषि (Organic farming ) जैविक कृषि रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है I यह एसी पद्धति है जिसमें रासायनिक उर्वरकों,कीटनाशको इत्यादि के स्थान पर खाद,गोबर खाद कंपोस्ट हरी खाद इत्यादि का प्रयोग किया जाता है I
  5. बागवानी फसलें - बागवानी फसलों में फल,सब्जियां पुष्प,नारियल, बांस आदि शामिल किए जाते हैंI

कृषि जलवायु क्षेत्र

 

उत्तर प्रदेश को वर्षा एवं मृदा के आधार पर नौ कृषि जलवायु क्षेत्रों में बाँट गया है,जिनमें भाबर व तराई का क्षेत्र,पश्चिमी मैदानी क्षेत्र, मध्य-पश्चिमी मैदानी क्षेत्र, दक्षिणी-पश्चिमी अर्ध शुष्क मैदानी क्षेत्र, मध्य-पश्चिमी मैदानी क्षेत्र, बुंदेलखंड क्षेत्र, उत्तर-पूर्वी मैदानी क्षेत्र, पूर्वी मैदानी क्षेत्र एवं विंध्य क्षेत्र शामिल है I

 

कृषि जलवायु क्षेत्र

औसत वर्षा (मिमी)

जलवायु के प्रकार

मृदा के प्रकार

जिले

भाबर व तराई क्षेत्र

1015.4

उपोष्ण जलवायु

दोमट,मटियार दोमट

सहारनपुर,मुजफ्फरनगर,बिजनौर ,मुरादाबाद,रामपुर ,बरेली,पीलीभीत,लखीमपुर खीरी

पश्चिमी मैदानी क्षेत्र

751.7

उपोष्ण जलवायु

दोमट,बलुई,एवं मटियार दोमट

मेरठ मण्डल और उसके आस पास के क्षेत्र

मध्य पश्चिमी मैदानी क्षेत्र

1022.2

उपोष्ण जलवायु

दोमट,बलुई,एवं मटियार दोमट

बरेली,मुरादाबाद

दक्षणी-पश्चिमी अर्द्ध शुष्क मैदानी क्षेत्र

663.3

अर्द्ध शुष्क जलवायु

जलोढ़,दोमट,बलुई दोमट

आगरा और उसके आस पास के क्षेत्र

मध्य मैदानी क्षेत्र

848.2

समशीतोष्ण जलवायु

चिकनी एवं बलुई, दोमट,दोमट

कानपुर,लखनऊ

बुंदेलखंड क्षेत्र

876.1

अर्द्ध शुष्क जलवायु

कावर,राकर ,पडवा

झांसी,चित्रकूट

उतरी-पूर्वी मैदानी क्षेत्र

1218.3

समशीतोष्ण जलवायु

दोमट,मटियार दोमट एवं बलुई,दोमट,दियार भाटा

गोरखपुर मण्डल सहित गोंडा और बहराइच

पूर्वी मैदानी क्षेत्र

1016.0

समशीतोष्ण जलवायु

बलुई,मटियार दोमट एवं सिल्क दोमट

वाराणसी,अयोध्या,आजमगढ़ ,प्रयागराज

विंध्य क्षेत्र

1134.1

समशीतोष्ण जलवायु

बलुई एवं मटियार दोमट

मिर्जापुर,सोनभद्र,एवं दक्षणी प्रयागराज